18 राज्यों के मुख्यमंत्रियों के बीच रुपाणी की ताजपोशी
सत्ता विमर्श ब्यूरो
गांधीनगर : विजय रुपाणी की गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर ताजपोशी हो गई है। शानो शौकत भरी शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अलावा एनडीए शासित 18 राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल हुए। इनके अलावा कई केन्द्रीय मंत्री, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह वाघेला, केशुभाई पटेल और करीब 4 हजार वीवीआईपी भी समारोह का हिस्सा बने। आकर्षण का केन्द्र बिहार के सीएम नीतीश कुमार भी रहे जो 15 साल बाद गुजरात आए।
रुपाणी, नीतीन भाई पटेल समेत प्रदेश के 20 मंत्रियों ने पद एवम गोपनीयता की शपथ ली। उन्हें गवर्नर ओपी कोहली ने शपथ दिलाई। इनमें 6 पाटीदार चेहरे और 6 ओबीसी चेहरे हैं। गौरतलब है कि राज्य में चार बार मुख्यमंत्री रहे मौजूदा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी विजय मुहूर्त यानी दोपहर 12 बज कर 39 मिनट पर शपथ लेते रहे हैं। पार्टी के प्रदेश स्तर के प्रवक्ता हर्षद पटेल ने इसकी पुष्टि की थी।
इस बार दोपहर 12.39 की बजाय सुबह 11.30 बजे शपथ ग्रहण हुआ। इससे पहले नरेंद्र मोदी प्रोग्राम में हिस्सा लेने अहमदाबाद पहुंचे और एयरपोर्ट से रोड शो भी किया। रुपाणी ने दूसरी बार प्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ग्रहण की है। हालिया चुनावों में पार्टी को 99 सीटें हासिल हुई थीं। बता दें कि गुजरात में 1995 से सत्ता में रही भाजपा ने पिछली 9 और 14 जनवरी को दो चरणों में हुए विधानसभा चुनाव में 182 में से 99 सीटों पर जीत हासिल की थी। इस बार सीटों की संख्या पिछली बार के 115 से 16 कम हो गई थी। बहुमत के लिए जरूरी 92 से ज्यादा सीटें होने के बावजूद एक निर्दलीय (इंडिपेंडेंट) ने भी समर्थन दिया है। विपक्ष में बैठी कांग्रेस की सीटें पिछली बार के 61 से बढ़कर 77 हो गई हैं। उसे चार अन्य का सपोर्ट भी हासिल है।
रुपाणी की नई टीम- विजय रूपाणी ने सीएम पद और नितिन पटेल ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली। इनके अलावा मंत्रिमण्डल में शामिल लोगा हैं-
विभावरी बेन दवे : इन्होंने साफा बांधकर राज्यमंत्री पद की शपथ ली। ब्राह्मण हैं और सौराष्ट्र की नेता हैं। भावनगर पूर्व सीट से तीसरी बार विधायक बनीं।
कुमार कानानी : राज्यमंत्री पद की शपथ ली। इन्हें पाटीदार आंदोलन की जड़ कहे जाने वाले सूरत की वराछा सीट बड़े अंतर से जीतने का पुरस्कार मिला है। हालांकि ये दूसरी बार ही विधायक बने है पर सूरत में पाटीदार आंदोलन के प्रभाव को कम करने में इनका बड़ा हाथ रहा है और अब ये पहली बार मंत्री मंडल में स्थान पा रहे हैं।
परबत पटेल : राज्यमंत्री पद की शपथ ली। उत्तर गुजरात के चौधरी पटेल समाज से आते हैं। बनासकांठा के थराद की सीट से 5वीं बार विधायक चुने गए हैं। मोदी और आनंदीबेन सरकार में मंत्री रह चुके हैं।
रमण पाटकर : राज्यमंत्री पद की शपथ ली। दक्षिण गुजरात के एक और बड़े आदिवासी नेता है जिन्होंने 1995 में दक्षिण गुजरात के आदिवासी इलाकों में BJP की जीत की नींव रखी। गुजरात की उमरगाम की सीट पर से ये इस बार 5वीं बार चुने गए हैं। ये पहली बार मंत्री बन रहें हैं।
वासन भाई अहीर : राज्यमंत्री के रूप में शपथ ली। कच्छ के अहीर नेता हैं। पिछली सरकार में मंत्री थे। अंजार सीट से पांचवी बार विधायक चुने गए हैं।
ईश्वर सिंह पटेल : राज्यमंत्री के रूप में शपथ ली। साउथ गुजरात से आते हैं। पिछली सरकार में मंत्री रहे हैं। भरूच के अंकलेश्वर से चौथी बार विधायक चुने गए हैं।
जयद्रथ सिंह परमार : राज्यमंत्री के रूप में शपथ ली। मध्य गुजरात के ओबीसी नेता हैं। हलोल सीट से लगातार चौथी बार विधायक चुने गए। कानून के जानकार हैं।
बचुभाई खाबड़ा : राज्यमंत्री के रूप में शपथ ली। ओबीसी नेता हैं। तीसरी बार विधायक बने हैं। पिछली सरकार में भी राज्यमंत्री थे। मध्य गुजरात के बड़े नेता हैं।
पुरषोत्तम भाई सोलंकी : राज्यमंत्री पद की शपथ ली। पांचवी बार विधायक बने हैं। कोली समाज से हैं और भावनगर रूरल से चुनाव जीते हैं। पहले भी राज्यमंत्री रहे।
प्रदीप सिंह जाडेजा : राज्यमंत्री के रूप में शपथ ली। चौधी बार विधायक बने। उत्तर गुजरात के राजपूत नेता हैं। पिछली सरकार में भी राज्यमंत्री ही थे।
ईश्वरभाई परमार : कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली। दलित नेता हैं। दूसरी बार बारडोली से विधायक चुने गए।
दिलीप ठाकोर : कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली। पिछली सरकार में भी कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं। पांचवी बार विधायक चुने गए। ओबीसी नेता हैं। पाटन के चणास्मा से चुने गए हैं।
जयेश रादडिया : कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली। रादडिया पिछली सरकार में भी मंत्री थे। पोरबंदर के सांसद विठ्ठल भाई के बेटे हैं। जेतपुर से चुने गए हैं और पाटीदार हैं। तीसरी बार विधायक बने हैं।
सौरभ पटेल : कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली। पटेल, आनंदी बेन पटेल कैबिनेट में मंत्री रह चुके हैं। कड़वा पटेल समुदाय से हैं। सौराष्ट्र से आते हैं।
कौशिक पटेल : कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली। नारणपुरा से चुनाव जीते थे। अमित शाह के करीबी माने जाते हैं।
भूपेन्द्र सिंह चुडास्मा : अहमदाबाद के ढोलका से विधायक हैं। राजपूत हैं और पांचवी बार विधायक चुने गए हैं।
आरसी फल्दू : कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली। फल्दू सौराष्ट्र के लेउवा पटेल समुदाय से आते हैं।