स्वतंत्रता दिवस पर उत्तर प्रदेश में मदरसों की होगी वीडियोग्राफी, महली ने खड़े किए सवाल
सत्ता विमर्श ब्यूरो
लखनऊ : उत्तर प्रदेश के सभी मदरसों में स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में 15 अगस्त को राष्ट्रगान गाना अनिवार्य कर दिया गया है। यूपी मदरसा शिक्षा परिषद ने प्रदेश के सभी मदरसों को इस आशय का एक पत्र जारी किया है। पत्र में कहा गया है कि 15 अगस्त को मदरसों में तिरंगा फहराया जाए और राष्ट्रगान भी गाया जाए।
यह पत्र पिछले महीने 3 जुलाई को ही जारी किया गया है और सभी जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारियों को भेजा गया है। आदेश में साफतौर पर यह भी कहा गया है कि इसकी वीडियो कवरेज भी कराई जाए। आदेश में कहा गया है कि इस दौरान सभी मदरसों में स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में बताया जाए, शहीदों को श्रद्धांजलि दी जाए और खेलकूद का आयोजन किया जाए।
यह पत्र रजिस्ट्रार राहुल गुप्ता की ओर से जारी किया गया है। रजिस्ट्रार राहुल गुप्ता ने बताया, ये आदेश सही है। इस तरह का पत्र कोई पहली बार जारी नहीं किया गया है। समय-समय पर इसे जारी किया जाता है। मैं मदरसा शिक्षा परिषद का रजिस्ट्रार हूं तो पत्र जारी करना मेरी जिम्मेदारी है। इसे राजनीति से नहीं जोड़ना चाहिए।
ऐशबाग ईदगाह के इमाम मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने इस तरह के निर्देश पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा, 1947 में देश आजाद होने के बाद से ही मदरसों में हर साल जश्न-ए-आजादी मनाया जाता है। झंडा फहराने के बाद राष्ट्रगान भी होता है। आज इस तरह से निर्देश जारी करने का क्या मतलब है? मदरसा शिक्षा परिषद के रजिस्ट्रार को ये बताना होगा कि क्या इस तरह का आदेश केवल मदरसों के लिए जारी हुए हैं या सरकारी स्कूलों के लिए भी? क्या सरकारी स्कूलों में भी वीडियोग्राफी या फोटोग्राफी कराई जाएगी?
मालूम हो कि उत्तर प्रदेश में करीब 8000 मदरसे हैं, लेकिन जो मदरसा परिषद के अंतर्गत आते हैं उनमें से लगभग 560 मदरसे ऐसे हैं जो कि पूरी तरह से यूपी सरकार से वित्तीय सहायता प्राप्त हैं और यूपी सरकार ही इनका खर्च वहन करती है। एक दिन पहले ही मुंबई के बीएमसी ने भी एक प्रस्ताव पारित किया है जिसके मुताबिक उसके अंतर्गत चलने वाले सभी स्कूलों में वंदे मातरम अनिवार्य होगा।