सलाहुद्दीन को वैश्विक आतंकी घोषित कर अमेरिका ने पाक को दिया झटका
भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच सोमवार को हुई मुलाकात से ठीक पहले अमेरिका ने पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के नेता सैयद सलाहुद्दीन को वैश्विक आतंकवादी घोषित कर दिया। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा कि उसने सैयद सलाहुद्दीन के नाम से मशहूर मोहम्मद यूसुफ शाह को विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकवादी (एसडीजीटी) घोषित कर दिया है।
ड्रैगन ने CIA की तोड़ी कमर, दर्जन भर एजेंट मारे तो कईयों को कैद
चीन ने अमेरिकी खुफिया एजेंसी CIA को तगड़ा झटका दिया है। खुफिया जानकारी इकट्ठा करने वाले तकरीबन दर्जन भर एजेंटों को चीन ने मौत दे दी है। स्पष्ट है कि अमेरिका के खुफिया तंत्र की बखिया उधेड़ने में चीन बीस साबित हुआ है। CIA द्वारा गुप्तचरी किए जाने की कोशिशों को ध्वस्त करने के लिए चीन जी-तोड़ मेहनत कर रहा है।
नरम पड़ा उत्तर कोरियाई तानाशाह, अमेरिका से वार्ता के लिए तलाश रहा है शुभ मुहूर्त
उत्तर कोरिया का तानाशाह नरम रवैया अपनाते हुए अमेरिका के साथ बातचीत के लिए सही समय और अच्छे माहौल के लिए कोई शुभ मुहूर्त का इंतजार कर रहा है। दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय वार्ता की संभावनाओं के संबंध में पूछे जाने पर कोरियाई राजनयिक चोइ सोन हुई ने कहा कि हमें अच्छे माहौल का इंतजार है। उधर, अमेरिका के राष्ट्रीय खुफिया विभाग के निदेशक डॉन कोट्स ने कहा कि उत्तर कोरिया का परमाणु कार्यक्रम अमेरिका के लिए 'संभावित अस्तित्व के खतरे के तौर पर उभरा है।'
उत्तर कोरिया ने फिर से दी परमाणु परीक्षण की धमकी
उत्तर कोरिया ने चेतावनी दी है कि वह अपने नेतृत्व की चुनी हुई किसी भी जगह और किसी भी समय परमाणु परीक्षण कर सकता है। लंबे समय से कयासों का सिलसिला जारी है कि उत्तर कोरिया लंबी दूरी के किसी मिसाइल परीक्षण या सातवें परमाणु परीक्षण की तैयारी कर रहा है। उधर, अमेरिका इसके जवाब में किसी सैन्य हमले की आशंका को खारिज करने से इनकार कर रहा है। इन सब से कोरियाई प्रायद्वीप में कई हफ्ते से तनाव चरम पर है।
सीरिया हमला: बच्चों की मौत से 'भावुक' ट्रम्प के पास नहीं है 'फ्यूचर प्लान'
सीरिया में हुए रासायनिक हमले में मासूम बच्चों की तस्वीर को देखकर ट्रम्प इतने भावुक हुए कि उन्होंने इसे मानवता के विरुद्ध मानते हुए सीरिया पर टॉमहॉक मिसाइल दाग दीं। उन्होंने जो किया वो शायद उनके पूर्ववर्ती ओबामा में करने का हौसला नहीं था। लेकिन अपने इस त्वरित हमले की वजह से रूस समेत दुनिया के कई देशों की नाराजगी का सामना भी ट्रम्प को करना पड़ा। यहां तक की अमेरिकी कांग्रेस के कुछ सांसद इसकी वैधता पर सवाल उठाने लगी है। नतीजतन, हमले के 24 घंटे के भीतर ही अमेरिका अपनी रणनीति बदलता हुआ दिख रहा है।
ट्रम्प राज में पेश हुआ 'पाकिस्तान स्टेट स्पांसर ऑफ टेरेरिज्म एक्ट'
ओबामा के राज में भी पाकिस्तान को आतंकवाद प्रायोजक देश घोषित करने की मुहिम चली थी उसे समर्थन भी मिला था लेकिन फिर तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा ने इस पर मुहर लगाने से इनकार कर दिया था। एक बार फिर वैसी ही कोशिश हुई है। पाकिस्तान को आतंकवाद प्रायोजक देश घोषित करने के लिए अमेरिकी कांग्रेस में एक विधेयक पेश किया गया है। पाकिस्तान स्टेट स्पांसर ऑफ टेरेरिज्म एक्ट (एचआर-1449) नामक यह विधेयक गुरुवार को सदन की आतंकवाद संबंधी उपसमिति के अध्यक्ष टेड पो ने पेश किया।
अमेरिकी प्रेस ने डोनाल्ड ट्रम्प के खिलाफ किया जंग का ऐलान
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के खिलाफ अमेरिकी प्रेस ने आमने-सामने की जंग का ऐलान कर दिया है। कोलंबिया जर्नलिज्म रिव्यू की प्रकाशक कायल पोप ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के लिए एक खास पत्र तैयार किया है और इस पत्र को उन्होंने यूएस प्रेस कॉर्प्स की तरफ से लिखा है। ये खुला पत्र मीडिया के उस पहलू को उजागर करता है जो सही मायने में पत्रकारिता का धर्म होता है। ट्रम्प के नाम इस खुले पत्र का मजमून कुछ इस प्रकार से है--
अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति बने डोनाल्ड ट्रम्प, 'Buy & Hire American' का दिया नया मंत्र
डोनाल्ड ट्रम्प ने दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश के 45वें राष्ट्रपति के तौर पर कार्यभार संभाल लिया है। शपथ लेने के बाद ट्रम्प ने जो भाषण दिया उससे उन्होंने साफ कर दिया कि वो अमेरिका फर्स्ट की नीति पर चलेंगे। उन्होंने बहुत कुछ ऐसा कहा जो पहले के राष्ट्रपतियों की सोच उनकी वैश्विक सौहार्द से अलग है। उन्होंने 'Buy & Hire American' कह अमरीकियों के रोजगार को लेकर अपनी नीतियों पर रुख भी स्पष्ट कर दिया।
ओबामा की बेटियां मालिया और साशा नहीं करेंगी राजनीति
बराक ओबामा अमेरिका के ऐसे राष्ट्रपति जिन्होंने कई स्थापित परम्पराओं को धत्ता बताकर अमेरिकियों ही नहीं दुनिया के कई देशों में अपनी एक अलग जगह बनाई। एक शक्तिशाली देश के सर्वोच्च पद पर रहते हुए भी लोगों को उनमें एक प्यारा पिता, दोस्त और आम इंसान दिखाई दिया। कई मौकों पर लोगों का साक्षात्कार भावुक ओबामा से हुआ, जो पारिवारिक है और अपने लोगों को लेकर संवेदनशील भी। तभी तो कार्यकाल के दौरान उनके कई कदम विवादित होने के बावजूद भी अमरिकियों के दिलों में राज करते रहे और लगातार दो बार राष्ट्रपति पद का चुनाव जीता।
'yes we can' नारे के साथ राष्ट्रपति ओबामा ने 'फैलो अमेरिकन्स' से ली विदाई
बतौर अमेरिकी राष्ट्रपति ये बराक ओबामा का आखिरी भाषण था। उन्होंने इसके लिए शिकागो को चुना। जहां से उन्होंने खुद को जानने, समझने की शुरुआत की थी। शिकागो में अपने 50 मिनट के भाषण के दौरान ओबामा ने बीते आठ सालों की उपलब्धियां गिनाईं। लोकतंत्र की महत्ता बताई और ओबामा ने बिना नाम लिए अमेरिका के अगले राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप की नीतियों पर भी निशाना साधा और लोगों से सहिष्णु बनने के साथ ही नस्लवाद को बढ़ावा न देने की अपील की। मिशेल ओबामा और अपनी बेटियों का शुक्रिया अदा करते वक्त ओबामा की आंखों से आंसू छलक पड़े।