आजादी के 70 साल : कई कमाल कई सवाल
फ्रीडम एट मिड नाइट आज अपना 70वां जन्मदिन मना रहा है। यह एक ऐसा मौका है जबकि उन वर्षों में देश ने क्या पाया और क्या खोया उसपर विचार किया जाए। 70 साल की उपलब्धियों या असफलताओं का विश्लेषण भविष्य के लिए अपनी योजनाएं निर्धारित करने में बहुत कारगर सिद्ध होंगे। किसी भी देश के लिए कुछ सवाल इतने अहम होते हैं कि उनके बारे में लिए गए निर्णय भविष्य को निश्चित रूप से प्रभावित करते हैं।
बच्चों के लिए भी नहीं छोड़ी दुनिया
आजादी के 70 बरस बाद क्या वाकई 1947 के नन्हें- मुन्नो ने जिस दुनिया के सपने पाले वह आज की दुनिया दे पा रही है। ये सब सपना है क्योकि मौत दर मौत ही बच्चों का सच हो चला है। गोरखपुर के अस्पताल में 60 बच्चों का नरसंहार तो एक बानगी भर है। क्योंकि बच्चों के जीने के लिए हमने-आपने छोड़ी कहां है दुनिया। हालात हैं बदतर। तस्वीर खौफनाक हैं। आंकड़े डराने वाले हैं।