बिहार में इन तीन उपायों से कांग्रेस करेगी वापसी : राजेश लिलोठिया
राजेश लिलोठिया कांग्रेस पार्टी के कद्दावर युवा और दलित नेता हैं। दिल्ली के पटेल नगर से दो बार विधायक रहे हैं। सत्ता विमर्श ने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी में बिहार कांग्रेस के प्रभारी सचिव पद पर नियुक्त राजेश लिलोठिया से लंबी बातचीत की और उनसे यह जानने का प्रयास किया कि कांग्रेस ने बिहार में अपने खोये जनाधार को पाने के लिए जो रोडमैप तैयार किया वह आने वाले वक्त में कितना कारगर होगा।
ज़ी न्यूज़ से बोले PM मोदी; सिर्फ नोटबंदी और जीएसटी से हमारे काम को आंकना अन्याय होगा
प्रधानमंत्री बनने के बाद पहली बार किसी हिन्दी न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में नरेंद्र मोदी ने देश में जाति आधारित राजनीति, गोहत्या और लोकतंत्र खतरे में है जैसे मुद्दों पर कहा कि यह देश का दुर्भाग्य है। इन मुद्दों के बजाय देश में विकास, एकता और हमारे दूरगामी भविष्य के मुद्दों पर राजनीति होनी चाहिए।
इंदिरा से मोदी की तुलना गलत : सोनिया गांधी
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का कहना है कि राजनीति के हर दौर में अलग-अलग चुनौतियां होती हैं। अंग्रेजी न्यूज चैनल इंडिया टुडे से खास बातचीत में सोनिया गांधी ने कहा कि राजनीति में वक्त के हिसाब से चेहरे भी बदलते और उभरते हैं। मैं नहीं मानती कि इंदिरा गांधी की पीएम नरेंद्र मोदी से कोई तुलना है या तुलना की जानी चाहिए। वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई की सोनिया गांधी से खास बातचीत के कुछ मुख्य अंश...
सोनिया ने किया दावा; सत्ता में लौटेगी कांग्रेस
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इस बात का दावा किया है कि अगले चुनावों में पार्टी पूर्ण बहुमत हासिल करेगी। खुद के बारे में सोनिया ने कहा कि राजनीति में आना उनका पहला सबसे मुश्किल फैसला था। अगर मैं इंदिरा गांधी की बहू न होती तो राजनीति में कभी नहीं आती। उन्होंने कहा, 'मैं सोचती हूं कि राजनीति में उस समय मेरा ना आना कायर होने जैसा होता, उस समय मेरे दिमाग में कुछ नहीं था सिर्फ इसके कि मुझे अपनी सास, अपने पति और पार्टी के आदर्शों को कायम रखना है।' सोनिया गांधी 1998 से कांग्रेस की अध्यक्ष हैं।
'सत्ता की भूख शांत करने का मुखौटा ना बने धर्म'
जॉर्डन यात्रा से पहले अरबी अखबार 'अल-घाद' को दिए इंटरव्यू में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने एक बार फिर दादरी हत्याकांड पर सरकार को नसीहत दी है। उन्होंने कहा, 'भड़काऊ भाषण और डर फैलाने की कोशिश बंद होनी चाहिए। हमारे मूल्य और संस्कार हमारी रोजमर्रा की जिंदगी का हिस्सा होना चाहिए। सहिष्णुता और सह-अस्तित्व तो हमारी सभ्यता की नींव हैं। इन्हें हमें दिल में बसा कर रखना चाहिए और उदारता को बढ़ावा देना चाहिए। हमें इस बात का विशेष ख्याल रखना चाहिए कि धर्म सत्ता की भूख शांत करने का मुखौटा न बनने पाए।'
जानबूझ कर अधिक कठिन मार्ग चुना : PM मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी सरकार के एक साल पूरे होने के मौके पर संवाद एजेंसी पीटीआई को दिए इंटरव्यू में कहा कि उन्होंने जानबूझ कर ‘लोकलुभावन रास्ता’ नहीं चुना और उसकी बजाय त्रुटिपूर्ण सरकारी मशीनरी को ठीक करने के लिए ‘अधिक कठिन मार्ग’ को अपनाया।
पीएम नरेंद्र मोदी : भारत को नहीं चाहिए तानाशाही
अमेरिका पत्रिका टाइम ने अपने कवर पेज पर 'वाई मोदी मैटर्स' शीर्षक के साथ भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भव्य तस्वीर प्रकाशित की है। इससे पहले भी मोदी को टाइम अपने कवर पेज पर दो बार जगह दे चुका है। पत्रिका ने मोदी सरकार के एक साल होने पर नरेंद्र मोदी का इंटरव्यू प्रकाशित किया है।
मोदी-शाह-जेटली की त्रिमूर्ति चला रही BJP : शौरी
अंग्रेजी न्यूज चैनल 'हेडलाइंस टुडे' को दिए एक इंटरव्यू में अरुण शौरी ने कहा है कि भाजपा को मोदी, शाह और जेटली की त्रिमूर्ति चला रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते हुए शौरी ने कहा कि देश के आर्थिक हालात को संभालने में मोदीनॉमिक्स फेल होती दिखाई दे रही है। इसके अलावा उन्होंने अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमलों पर प्रधानमंत्री द्वारा आंखें मूंद लेने का आरोप भी लगाया। अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में सूचना प्रसारण मंत्री और विनिवेश मंत्री रहे शौरी आर्थिक सुधारों की दिशा में प्रमुखता से आवाज उठाते रहे हैं।
मोदी का इंटरव्यू छापने से ली मॉन्द का इनकार
फ्रांस में बेहद प्रभावशाली माने जाने वाले अखबार 'ली मॉन्द' ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का साक्षात्कार छापने से इनकार कर दिया। दरअसल, प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से कहा गया था कि नरेंद्र मोदी आमने-सामने की बातचीत नहीं करेंगे इसलिए अखबार उनके लिखे जवाबों को प्रकाशित करे।
'चुनाव का लहजा केमिस्ट्री में है अर्थमेटिक का नहीं'
भारत के प्रधानमंत्री बनने से पहले चुनाव प्रचार के दौरान एबीपी न्यूज चैनल के घोषणा पत्र कार्यक्रम में नरेंद्र मोदी ने साफ-साफ कहा था कि ये चुनाव arithmatic का नहीं है। ये चुनाव 125 करोड़ लोगों के मन की chemistry का चुनाव है। Arithmatic में 1+1 होता है, chemistry में एक के बगल में एक 11 हो जाता है।