अखिलेश और माया के करीबी अफसरों पर योगी ने गिराई गाज
उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार बनने के बाद पहला बड़ा प्रशासनिक फेरबदल किया गया है। इसके तहत भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के 20 अफसरों का तबादला किया गया है. पिछली सरकार में बड़ी जिम्मेदारी निभाने वाले नवनीत सहगल पर गाज गिरी है। अभी तक प्रमुख सचिव सूचना के पद पर कार्यरत नवनीत सहगल को प्रतीक्षारत कर दिया गया है।
योगी कैबिनेट का बड़ा फैसला, गांवों को मिलेगी 18 घण्टे की बिजली
सत्तासीन होने के साथ ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने ताबड़तोड़ जनोपयोगी फैसलों को लेकर चर्चा में है। आदित्यनाथ की अगुआई में मंगलवार को हुई कैबिनेट की दूसरी बैठक में कई अहम फैसले लिए गए हैं, इनमें मुख्यतः बिजली आपूर्ति को लेकर फैसले निहित हैं। मंत्रिमंडल ने प्रदेश के जिला मुख्यालयों में 24 घंटे और गांवों में 18 घण्टे की बिजली आपूर्ति का बड़ा फैसला लिया है।
योगी का अन्नपूर्णा भोजनालय करायेगा 3 रुपए में नाश्ता!
उत्तर प्रदेश की कमान संभालने के साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ताबड़तोड़ जनोपयोगी फैसलों के लिए पहचाने जाने लगे हैं। अब योगी अन्नापूर्णा रसोई के जरिए गरीबों का पेट भरेंगे। सरकार ने फैसला लिया है कि वो बेहद मामूली कीमत पर लगों का पेट भरेगी। नई योजना के तहत अब लोग 3 रुपए में नाश्ता और 5 रुपए में भोजन कर पायेंगे।
एक्शन में योगी; सरकार की सभी योजनाओं से हटेगा 'समाजवादी' शब्द
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार आधी रात तक सूबे के आला अफसरों के साथ बैठकर कुछ बड़े फैसले लिए। इसके तहत पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की तमाम समाजवादी योजनाओं पर गाज गिरी है। पहले बच्चों के स्कूल बैग और राशन कार्ड से अखिलेश यादव की तस्वीर हटाने का आदेश दिया गया और अब सभी सरकारी योजनाओं से 'समाजवादी' शब्द हटाने का योगी ने ऐलान किया है। उसकी जगह अब 'मुख्यमंत्री' शब्द जोड़ा जाएगा
UP : योगी सरकार ने निभाया अपना पहला वादा, किसानों का एक लाख रुपये तक का कर्जा माफ
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश मंत्रिमंडल की पहली बैठक में प्रदेश के दो करोड़ से अधिक लघु और सीमांत किसानों को फायदा देते हुए उनका एक लाख रुपये तक का कर्जा माफ करने का अहम फैसला लिया। सरकार ने किसानों का कुल मिलाकर 36,359 करोड़ रुपये का कर्ज माफ करने का निर्णय लिया है। किसानों द्वारा किसी भी बैंक से लिया गया फसली कर्ज सरकार ने माफ किया है। फैसले के मुताबिक, सभी किसानों के ऋण खातों में फौरन भुगतान किया जाएगा।
समाज के हर तबके का जीतेंगे दिल : योगी आदित्यनाथ
भाजपा के पक्ष में प्रबल बहुमत की तुरही बजाने के बाद उत्तर प्रदेश प्रशासनिक सक्रियता और राहतकारी फैसलों की छांव में है। पाञ्चजन्य से इंटरव्यू में मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने कहा कि हम केन्द्र की योजनाओं को आमजन तक पहुंचाएंगे ही, राज्य सरकार के स्तर पर भी इस प्रकार की योजनाओं को लेकर जाएंगे जिससे समाज का अंतिम व्यक्ति बिना भेदभाव के लाभ पा सके और सरकार की कल्याणकारी योजनाओं से लाभान्वित हो सके। एक बेहतर समन्वय करके शासन की योजनाओं को अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाएंगे ताकि समाज के हर तबके का दिल जीत सकें।
विधानसभा में सीएम योगी बोलते रहे और 'माननीय' सोते रहे
संसद के बाद अब उत्तर प्रदेश विधानसभा से भी सत्र के दौरान सो रहे जनप्रतिनिधियों की खबरे आई हैं। गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ अपना पहला भाषण दे रहे थे और अधिकांश भाजपा विधायक खर्राटे भर रहे थे। बड़ा सवाल यह कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के यूपी को नंबर एक राज्य बनाने का सदन से आह्वान इन सो रहे माननीयों से पूरा हो सकेगा?
अगर जरूरत पड़ी तो 'बुआजी' से हाथ मिलाने को तैयार हैं 'बबुआ'! ये महागठबंधन की आहट तो नहीं?
विधानसभा चुनावों के बाद जो सर्वेक्षण आ रहें हैं उस आधार पर ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कुछ ऐसा कह दिया कि सब सकते में हैं और मान रहें हैं कि शायद अखिलेश अपनी जीत को लेकर आश्वस्त नहीं है। बीबीसी को दिए एक साक्षात्कार में समाजवादी पार्टी अध्यक्ष ने कहा है कि अगर उन्हें जरूरत पड़ी तो भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ वो मायावती से हाथ भी मिला सकते हैं। नतीजों से पहले अखिलेश का ये बयान इशारा भी करता है कि हो सकता है भविष्य में बिहार की तर्ज पर महागठबंधन की कहानी उत्तर प्रदेश में भी दोहराई जाए।
वोटिंग से एक दिन पहले मुलायम की पत्नी बोलीं- मेरा अपमान हुआ
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के अंतिम चरण के लिए मतदान 8 मार्च को होना है। इससे पहले भी सूबे के प्रथम परिवार के भीतर चल रही उथल पुथल का खेल जारी है। इसका प्रमाण मुलायम की दूसरी पत्नी और अखिलेश की सौतेली मां का एक बयान है। जिसमें उन्होंने स्पष्ट किया है कि अब वो खुलकर अपनी बात रखेंगी क्योंकि उनका अपमान बहुत हुआ है। उन्होंने अपने बेटे प्रतीक की राजनीतिक पारी के शुरू होने के भी संकेत दिए। हालांकि साधना ने यह भी कहा कि वह अखिलेश को फिर से मुख्यमंत्री के पद पर देखना चाहती हैं, लेकिन माना जा रहा है कि साधना के तीखे तेवर आने वाले वक्त में अखिलेश के लिए चुनौती बन सकते हैं।
अखिलेश ने PM को क्यों दिलाई 'कच्छ की बेटियों' की याद?
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के छठें चरण से पहले सूबे के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी मीडिया के साथ बातचीत की। निशाने पर एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रहे। उन्होंने उत्तर प्रदेश की सुरक्षा को लेकर उठाये जा रहे सवालों का भी खुलकर जवाब दिया। प्रधानमंत्री को कच्छ की बेटियों की भी याद दिला दी।