पूंजी भंडार कम करना बैंकों और अर्थव्यवस्था के लिए घातक : RBI
भारतीय रिजर्व बैंक ने अपनी ताजा रिपोर्ट में इस बात का दावा किया है कि एनपीए यानी बैंकों का फंसा कर्जा और उसे कवर करने के लिए अपर्याप्त प्रावधान होने के साथ पूंजी संबंधी जरूरतों अथवा जोखिम पूंजी नियमों में किसी भी तरह की रियायत दिया जाना बैंकों के साथ ही समूची अर्थव्यवस्था के लिए घातक हो सकता है।
ऊर्जित पटेल दे सकते हैं इस्तीफा, केंद्र सरकार ने इतिहास में पहली बार RBI पर चलाया ब्रह्मास्त्र
मोदी सरकार ने आरबीआई के खिलाफ 'ब्रह्मास्त्र' का इस्तेमाल कर दिया है। आरबीआई ऐक्ट, 1934 के तहत केंद्र सरकार ने इस अधिकार का इस्तेमाल इतिहास में पहली बार किया है। सेक्शन 7 के तहत सरकार को यह अधिकार हासिल है कि वह सार्वजनिक हित के मुद्दे पर आरबीआई को सीधे निर्देश दे सकती है, जिसका पालन आरबीआई को करना ही होगा।
अब सरकार की आरबीआई से भी ठनी, अरूण जेटली ने एनपीए संकट के लिए ठहराया जिम्मेदार
केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने 2008 से 2014 के बीच अंधाधुंध कर्ज देने वाले बैंकों पर अंकुश लगाने में नाकाम रहने को लेकर कहा कि इससे बैंकों में फंसे कर्ज (एनपीए) का संकट बढ़ा है। आरबीआई के डिप्टी गवर्नर विरल वी. आचार्य ने शुक्रवार को कहा था कि केंद्रीय बैंक की आजादी की उपेक्षा करना बड़ा घातक हो सकता है।
रुपये में गिरावट और NPA वृद्धि से जालान दुखी, बोले- देश की अर्थव्यवस्था के लिए यह ठीक नहीं
भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर बिमल जालान ने मोदी सरकार के अब तक के कार्यकाल को मिला-जुला बताते हुए कहा कि रुपये में गिरावट और लगातार बढ़ रही गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां (एनपीए) देश की लिए चिंता की बात है। गैर-आर्थिक मोर्चे पर भी जालान ने मोदी सरकार को आगाह किया है।
बैंकों के एनपीए को लेकर कांग्रेस पर बरसी स्मृति ईरानी
नेशनल हेराल्ड केस और आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन के बयान को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और सोनिया गांधी भाजपा के निशाने पर है। मंगलवार को दोनों मामलों का हवाला देते हुए भाजपा ने कहा कि इससे कांग्रेस के भ्रष्टाचार का साफ पता चलता है।
अगर जरूरत पड़ी तो फिर करेंगे नोटबंदी : नीति आयोग
नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने कहा है कि समाज की सफाई के लिए नोटबंदी फिर करनी पड़े, तो करेंगे। नोटबंदी के चलते अर्थव्यवस्था में मंदी के मुद्दे पर राजीव कुमार ने कहा कि जीडीपी या आर्थिक वृद्धि में गिरावट इसलिए हो रही थी क्योंकि बैंकिंग क्षेत्र में एनपीए बढ़ रहे थे।
एनपीए पर फिर बिफरे PM मोदी, बोले- अर्थव्यवस्था को लैंड माइन्स पर बिठाकर गई थी कांग्रेस
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर एनपीए की समस्या के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि 'नामदारों' ने फोन बैंकिंग के जरिए महज छह साल में लाखों करोड़ रुपये कुछ बड़े लोगों को बांट दिए। यूपीए सरकार देश की अर्थव्यवस्था को लैंड माइन्स पर बिठाकर चली गई।
संसदीय समिति ने RBI के पूर्व रघुराम राजन को बुलाया, कहा- एनपीए के बारे में करेंगे बात
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली : बढ़ती गैर निष्पादित परिसंपत्तियों (एनपीए) के मुद्दे पर अध्ययन कर रही संसद की एक समिति ने भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन को उसके सामने समक्ष उपस्थित होने और इस विषय पर जानकारी देने के लिए कहा है।
अर्थ की व्यवस्था : धोखा या नियति?
अघोषित संपत्ति या दूसरे शब्दों में कहें तो बेनामी धन-दौलत को सिस्टम से बाहर करने की कोशिश में भारत पूरी तरह से नाकामी हाथ लगी है। ऐसे में एक बड़ा सवाल यह उठता है कि नोटबंदी कामयाब रही या नाकाम? आरबीआई के आंकड़ों की मानें तो नोटबंदी बड़े पैमाने पर नाकाम हुई है। और इसी वजह से मोदीनॉमिक्स की लाख कोशिशों के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था पटरी पर आने का नाम नहीं ले रही है। कड़वी दवा से लेकर बिजनेस डिप्लोमेसी तक, सभी तरह के नुस्खे आजमाने के बावजूद भारत की मुद्रा अमेरिकी डॉलर के समक्ष घुटने टेकी हुई है।
एसबीआई को 7718 करोड़ का घाटा, फंसे हुए कर्ज में भारी वृद्धि
एसबीआई को बीते वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में 7,718.17 करोड़ रुपये का एकल शुद्ध घाटा हुआ है। वसूली में फंसे कर्जों (एनपीए) के लिए ऊंचे प्रावधान की वजह से बैंक का घाटा ऊंचा रहा। इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में बैंक ने 2,814.82 करोड़ का शुद्ध लाभ कमाया था।