असम और गुजरात के CM जाग गए हैं, अब समय प्रधानमंत्री मोदी को जगाने का है : राहुल गांधी
असम और गुजरात में भाजपा की सरकारों द्वारा क्रमश: किसानों का कर्ज तथा ग्रामीण बिजली बिल माफ करने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को कहा कि यह समय अब सो रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जगाने का है।
जनादेश पर बोले राहुल; 2019 में भी भाजपा को हराएंगे, लेकिन किसी को भारत मुक्त करने का इरादा नहीं
विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के शानदार प्रदर्शन से उत्साहित पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि इस जनादेश का संदेश बड़ा साफ है कि देश की जनता नरेंद्र मोदी के काम से खुश नहीं है और अगले साल लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस नरेंद्र मोदी और भाजपा को पराजित करेगी।
महाराष्ट्र में भी कर्ज माफी का ऐलान, किसानों का 1.5 लाख तक का लोन माफ
उत्तर प्रदेश और पंजाब की तरह महाराष्ट्र में भी किसानों को कर्ज माफी की सौगात फडणवीस सरकार ने दे दिया है। शनिवार को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राज्य के 90 प्रतिशत किसानों के कर्ज को माफ करने का दावा करने के साथ इसकी घोषणा की। इसमें किसानों का 1.5 लाख रुपये तक का कर्ज माफ कर दिया गया है। इसका फायदा राज्य के 89 लाख किसानों को होगा।
किसानों की आत्महत्या का अंतहीन सिलसिला
मध्य प्रदेश में कर्ज का बोझ और सूदखोरों से परेशान किसानों की आत्महत्या का अंतहीन सिलसिला जारी है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह जनपद सीहोर में एक और किसान ने सोमवार सुबह अपने घर में फांसी लगाकर जान दे दी। गिनती करें तो सीहोर में पिछले 8 दिनों में चौथे किसान ने खुदकुशी की है। और मंदसौर में गोलीबारी की घटना के बाद आठ दिनों में 12 किसानों ने जान दी है। आत्महत्या करने वाले किसानों की संख्या बढ़ने का मतलब साफ है कि उसका सरकार में भरोसा पूरी तरह से खत्म हो चुका है। यह एक भयावह स्थिति है। समय रहते सरकार ने इस अन्नदाता की तकलीफ पर ध्यान नहीं दिया तो आत्महत्या का यह अंतहीन सिलसिला जारी रहेगा और वो दिन दूर नहीं जब देश में किसानी करने वाले अन्नदाता खत्म हो जाएंगे। सोचिए! तब क्या होगा?
मोदी सरकार के तीन साल : तीन धमाके, तीन सवाल
केंद्र की मोदी सरकार ने अपने तीन साल पूरे कर लिए हैं। इन तीन सालों के कामकाज का निष्पक्ष और तथ्यात्मक विश्लेषण आज इसलिए जरूरी है क्योंकि इसके आधार पर ही भविष्य के बारे में सोचने की संभावना बनेगी। मोदी सरकार के तीन साल में तीन बड़े धमाके हुए जिनका असर वर्तमान में भी है और भविष्य में भी होना निश्चित है। पहला धमाका था नोटबंदी का। दूसरा पशुओं की खरीद-बिक्री पर रोक लगाने का और तीसरा किसानों के कर्ज माफ करने के वायदे से मुकरने का। इनमें से हर धमाके का अलग-अलग असर साफ दिखाई दे रहा है।
शिवसेना का तंज; पैसे हों तो चांद पर हो रहा चुनाव भी जीत सकते हैं
शिवसेना ने केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए सामना के संपादकीय में लिखा है, ‘पंचायत से लेकर नगर निगमों तक के चुनाव जीत लेना आसान है। यदि आपके पास पैसा है तो आप चांद पर हो रहा चुनाव भी जीत सकते हैं। इसका मतलब यह नहीं है कि जनता आपकी नौकर है। इसका यह मतलब नहीं कि किसानों को उनके हाल पर छोड़ दिया जाए।
'किसान विरोधी नीतियों को बढ़ावा दे रही है केंद्र की मोदी सरकार और यूपी की योगी सरकार'
केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार और उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर हमला बोलते हुए कांग्रेस ने आज कहा कि किसान विरोधी नीतियों को बढावा देने के कारण ही देश में किसान लगातार आत्महत्या कर रहे हैं और इसकी संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने यहां संवाददाताओं से कहा, योगी सरकार को ‘चेतावनी सरकार’ कहा जाना ज्यादा मुनासिब होगा। क्यों कि महज 60 दिनों के भीतर इस सरकार ने बगैर कोई काम किये करीब 600 चेतावनियां जारी की हैं।