बॉम्बे हाईकोर्ट में बॉम्बे बार एसोसिएशन द्वारा आयोजित जस्टिस देसाई मेमोरियल लेक्चर में सुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने मॉब लिंचिंग को लेकर कहा है कि जब किसी शख्स को उसके खानपान की वजह से पीट-पीटकर मार दिया जाता है तो यह उसकी नहीं, बल्कि संविधान की हत्या होती है.
कांवड़ियों द्वारा किए गए उत्पात को लेकर सर्वोच्च न्यायालय ने भी नाराजगी जताई है। साथ ही पुलिस को निर्देश दिया है कि ऐसे हुड़ंगी कांवड़ियों पर तुरंत कार्रवाई हो। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाना गंभीर बात है।