अमन को पलीता लगा वोट हथियाने की जुगत!
हिन्दू-मुस्लिम की बातें कर समाज को बांटना कहीं से तर्कसंगत नहीं लगता, लेकिन कुछ लोग इसी पर अमादा हैं। उन्हें लगता है कि समाज को बांटकर वे बड़ी उपलब्धि हासिल कर लेंगे। दुर्भाग्य यह है कि दंगाइयों पर किसी का अंकुश नहीं चलता। अमन और मोहब्बत से खेलना आज के राजनीतिक नेताओं का फैशन बन गया है। वोट के खातिर जातीय व धार्मिक भावनाओं को भड़काकर हिंसा की आग में अवाम को झोंक देना इनकी फितरत बन गई है।
विधानसभा उपचुनाव : पांच में से 3 सीटों पर जीती BJP, आरके नगर से दिनाकरन ने मारी बाजी
पांच विधानसभा सीटों पर हुए उप चुनावों में तीन सीटों पर भाजपा ने जीत दर्ज की है। एक सीट पर तृणमूल कांग्रेस ने जीत हासिल की है तो चेन्नई के बहुचर्चित आरके नगर विधानसभा सीट से शशिकला के भतीजे दिनाकरन ने बाजी मारी है। अरुणाचल प्रदेश में जिन दो सीटों पर उपचुनाव हुए थे, उन दोनों ही सीटों पर भाजपा ने जीत हासिल की है।
जर्मनी की तरह हमारे देश में क्यों ना हो फेसबुक एक्ट?
सोशल मीडिया के जरिए किस कदर लोगों के जेहन में जहर फैलाया गया है इसका ताजातरीन उदाहरण है पश्चिम बंगाल। जहां ऐसी पोस्ट ने सांप्रदायिक हिंसा को जन्म दिया जिसने कईयों की जान ली और लोगों के बीच बीज बोने का काम किया। राजनीतिक छींटाकशी का दौर जारी है लेकिन कोई इस असंतोष के मूल में झांकने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा शायद इसकी वजह सोशल प्लेटफार्म से जुड़े वो सैंकड़ों लोग हैं जो राजनीतिक दलों का वोटबैंक हैं। सवाल पूछे जाने लगे हैं कि क्या सोशल मीडिया पर नकेल कसने का वक्त आ गया है?
पश्चिम बंगाल पहुंचीं मीरा ; तृणमूल कांग्रेस, वाम दल और कांग्रेस से मांगा समर्थन
कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्षी दलों की संयुक्त राष्ट्रपति उम्मीदवार मीरा कुमार ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस, वाम दल और कांग्रेस के विधायकों एवं सांसदों से राष्ट्रपति चुनाव में समर्थन मांगा है।
EC का फैसला : 10 राज्यसभा सीटों पर अब 8 जून को नहीं होंगे चुनाव
इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) में गड़बड़ी की खबरों के बीच सोमवार को चुनाव आयोग ने तीन राज्यों की 10 राज्यसभा सीटों पर होने वाले चुनाव को फिलहाल टाल दिया है। राज्यसभा की इन सीटों पर 8 जून को मतदान होना था। इन सीटों पर दोबारा कब चुनाव कराए जाएंगे इस बात की जानकारी आयोग द्वारा ने नहीं दी है। साथ ही चुनाव रद्द करने के कारणों के बारे में भी कोई जानकारी नहीं है। जिन राज्यों में चुनाव होने थे, उनमें गोवा, गुजरात और पश्चिम बंगाल शामिल हैं।
Bypoll Results : बंगाल में ममता, मप्र में BJP, त्रिपुरा में CPM की जीत
भाजपा और तृणमूल कांग्रेस दोनों ने उप-चुनाव में दो-दो लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज कर दावा किया कि ये नतीजे 500 और 1000 रूपए के पुराने नोट बंद करने के मोदी सरकार के फैसले पर उनके अपने-अपने रूख को सही ठहराते हैं। 6 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेश पुदुचेरी में हुए उप-चुनाव में मुख्य रूप से सत्ताधारी पार्टियों का ही पलड़ा भारी रहा। इन राज्यों में जिन 10 विधानसभा सीटों पर उप-चुनाव हुए, उनमें से ज्यादातर सीटों पर वहां की सत्ताधारी पार्टी को ही जीत मिली।
7 राज्यों की 12 सीटों पर उप-चुनाव सम्पन्न, त्रिपुरा में 90 फीसदी मतदान
शनिवार को 7 राज्यों की 8 विधानसभा और 4 लोकसभा सीटों पर उपचुनावों के लिए वोटिंग संपन्न हुई। सभी सीटों पर 22 नवंबर को नतीजे आएंगे। असम, अरुणाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडू, त्रिपुरा, पुड्डुचेरी में आठ विधानसभा और चार लोकसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए मतदान हुआ। सबसे अधिक मतदान प्रतिशत त्रिपुरा का रहा। यहां 90 फीसदी से ज्यादा मतदान रिकॉर्ड किया गया। गौरतलब है कि इन चुनावों को केन्द्र के नोटबंदी फैसले के बाद काफी अहम माना जा रहा है।
प.बंगाल: अंतिम चरण में 84 फीसदी मतदान
पश्चिम बंगाल चुनाव के छठे और अंतिम चरण के तहत पूर्वी मिदनापुर और कूचबिहार जिलों में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच 84 फीसदी मतदान हुआ। उप चुनाव आयुक्त संदीप सक्सेना ने इसकी जानकारी दी। 25 सीटों के लिए 18 महिलाओं समेत कुल 170 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं।
बाबा साहब के मंत्र से मोदी ने दलितों को लुभाया
मध्यप्रदेश के महू में संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की जन्मस्थली से उनकी 125वीं जयंती पर 'ग्रामोदय से भारत उदय अभियान' की शुरुआत करते हुए पीएम मोदी ने बाबा साहब के तीर से 2017 में उत्तर प्रदेश और पंजाब में होने वाले विधानसभा चुनाव में दलित वोट बैंक में जबरदस्त तरीके से सेंध लगाने की शुरूआत की है। सियासत की गणित कहती है कि यदि दलितों के वोट एकमुश्त मिल जाएं और अन्य समुदाय से पांच से आठ प्रतिशत वोट भी आ जाएं तो उसकी सत्ता पर कोई आंच नहीं आ सकती है।
5 राज्यों में 4 अप्रैल से 16 मई के बीच मतदान
पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु समेत 4 राज्यों और 1 केन्द्र शासित प्रदेश पुडुचेरी में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया गया है। मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैदी ने चुनाव आयोग मुख्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में इसकी जानकारी दी। पांच राज्यों में पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु के अलावा केरल, असम, केन्द्र शासित क्षेत्र पुड्डुचेरी शामिल हैं। इन पांचों राज्यों में चुनाव आचार संहिता लागू हो गई है। 4 अप्रैल से शुरू होने वाल चुनाव 16 मई को समाप्त होगा। 19 मई को नतीजों की घोषणा की जाएगी।