हार्दिक से निपटने के लिए भाजपा ने चली ये चाल!
हार्दिक पटेल 6 महीने बाद अपने गृहराज्य पहुंचे हैं। उन्हें गुजरात हाईकोर्ट के आदेश पर राज्य निकाला मिला था। इस दौरान भी पाटीदारों का यह युवा नेता सुर्खियां बटोरता रहा। अब वापिस आया है तो सियासी हलकों में हलचल मची है। भाजपा का राज है और वो पाटीदारों को लेकर कोई जोखिम उठाने के मूड में नहीं है। तभी उसने हार्दिक के मुकाबले रुत्विज पटेल के तौर पर नया दांव खेला है। पार्टी ने पाटीदार समुदाय के ही युवा चेहरे को मैदान में उतारा है। उसे भारतीय जनता युवा मोर्चा का अध्यक्ष बनाया है।
'अभी चुनाव हुए तो गुजरात भी गंवा देगी भाजपा!'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह का गढ़ माना जाने वाला प्रदेश गुजरात भी भाजपा के हाथ से निकलता दिख रहा है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भाजपा के एक आंतरिक सर्वे पर अगर भरोसा करें तो यही खुलासा हो रहा है। हालांकि आरएसएस ने इस सर्वे से इनकार किया है।