चुनाव आयोग ने मंगलवार को साफ कर दिया है कि जनता दल यूनाइटेड पार्टी और उसका चुनाव चिह्न नीतीश कुमार के पास ही रहेगा। शरद यादव की याचिका को तकनीकी कारणों से खारिज कर दिया। इसी के साथ अब शरद यादव के राजनीतिक भविष्य को लेकर अटकलें शुरू हो गई हैं और राज्यसभा सदस्यता की उल्टी गिनती भी।