जीएसटी की वजह से छिन रहे हैं गरीबों के रोजगार : अजय माकन
दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन ने आरोप लगाया कि केन्द्र सरकार ने वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) इस तरीके से बनाया है कि उद्योगपतियों को फायदा पहुंच रहा है और लघु व छोटे उद्योग बुरी तरह से प्रभावित हो रहे हैं।
मोदी सरकार के तीन साल : तीन धमाके, तीन सवाल
केंद्र की मोदी सरकार ने अपने तीन साल पूरे कर लिए हैं। इन तीन सालों के कामकाज का निष्पक्ष और तथ्यात्मक विश्लेषण आज इसलिए जरूरी है क्योंकि इसके आधार पर ही भविष्य के बारे में सोचने की संभावना बनेगी। मोदी सरकार के तीन साल में तीन बड़े धमाके हुए जिनका असर वर्तमान में भी है और भविष्य में भी होना निश्चित है। पहला धमाका था नोटबंदी का। दूसरा पशुओं की खरीद-बिक्री पर रोक लगाने का और तीसरा किसानों के कर्ज माफ करने के वायदे से मुकरने का। इनमें से हर धमाके का अलग-अलग असर साफ दिखाई दे रहा है।
जागो सरकार जागो : देश में हर घंटे एक स्टूडेंट कर रहा है खुदकुशी
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के वर्ष 2015 के आंकड़ों में झांके तो भारत में हर घंटे एक छात्र आत्महत्या करता है। वर्ष 2015 में, 8,934 छात्रों द्वारा आत्महत्या के मामले दर्ज हुए हैं। 2015 तक पांच साल में, 39,775 छात्रों ने अपनी जान ली है। आत्महत्या की कोशिशों की संख्या तो इससे कहीं ज्यादा होने का अनुमान है। इनमें से कई का तो दुनिया को पता तक नहीं चल पाता है।
असत्यमेव जयते
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के नतीजे वाकई हैरान करने वाले हैं। यकीन दिलाने वाले की अगर आप में सपने बेचने की कुव्वत है तो आपको आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता। अगर कोई कहता है कि जनता बहकावे में रहकर सब्जबाग दिखाने वाले पर आंख मूंदकर भरोसा करती है तो चुनावों के नतीजों ने उसे साबित कर दिया। इन नतीजों ने जता दिया कि सच्चाई चूंकि कड़वी होती है इसलिए उसे जज्ब करने का हौसला लोग नहीं दिखा पाते हैं। सच तो ये है कि एक हवा चली और उसने सच के धरातल से लोगों को दूर कर दिया।
2015-16 युवाओं के लिए मनहूस, बेरोजगारी दर पांच साल में सबसे ज्यादा
देश के युवाओं के लिए 2015-16 का साल मनहूसियत से भरा रहा है। हालात बेहतर होते नहीं दिख रहें हैं। इस एक साल के भीतर बेरोजगारी का आंकड़ा पिछले पांच वर्षों में उच्च स्तर तक पहुंच गया है। वो भी तब जब केंद्र सरकार मेक इन इंडिया, स्कील इंडिया के जरिए रोजगार सृजन पर जोर शोर से काम रही है। ये सरकारी आंकड़ा श्रम ब्यूरो ने जारी किया है।
लालू ने बताया नरेंद्र मोदी को सबसे कमजोर पीएम
राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के प्रमुख लालू प्रसाद ने शनिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के अब तक के सबसे कमजोर प्रधानमंत्री हैं। इससे पहले पीएम मोदी के गौ रक्षकों पर दिए बयान पर लालू ने कहा था कि मोदी जी को अब मेरी बात अच्छे से समझ में आ गई है कि गाय दूध देती है वोट नहीं।
मोदी सरकार के 'विकास' का ये कैसा पथ?
देश का किसान रो रहा है, युवाओं के लिए रोजगार के अवसर लगातार कम हो रहे हैं और 27 देशों के साथ भारत व्यापारिक घाटे की स्थिति में हैं। तो ऐसे में जीडीपी का हवाला देते हुए सरकार का अपनी पीठ थपथपाना भला कैसे तर्कसंगत हो सकता है? इस तरह के हालातों के बीच नरेंद्र मोदी कैसे विकास पुरूष बन पाएंगे? आंकड़ों की मानें तो विगत तीन बरस में किसानों की कमाई में 27 फीसदी तक कमी आई है। वहीं देश में बीते 9 बरस में सरकारी महकमें में नौकरियों में कमी आई है। तो विदेश नीति को लेकर काफी सक्रिय दिख रही सरकार के कार्यकाल में ही ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी, रूस, यूक्रेन, चीन समेत 27 देशो के साथ व्यापारिक असंतुलन की स्थिति बनी हुई है।
स्वामी ने रघुरामन पर फोड़ा महंगाई का ठीकरा
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने अब एक नया शिगूफा छोड़ा है। उन्होंने गुरुवार को भारतीय रिजर्व बैंक के गर्वनर रघुराम राजन को बढ़ती मुद्रास्फीति और बेरोजगारी में इजाफे के लिए जिम्मेदार ठहराया। स्वामी ने उन्हें पद से हटाने की मांग की है।