व्यापार सुगमता सूचकांक ने मोदी सरकार की उम्मीदों पर फेरा पानी
वॉशिंगटन से आई एक रिपोर्ट ने भारत सरकार की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। बीते ढाई वर्षों से जिस तरह की तस्वीर केन्द्र देश-दुनिया को दिखाती रही है उसको 'इज ऑफ डूइिंग बिजनेस' यानी व्यापार सुगमता सूचकांक की ताजा रिपोर्ट ने बहुत बड़ा झटका दिया है। रिपोर्ट की मानें तो देश ने निर्माण परमिट, ऋण प्राप्त करने और अन्य मानदंडों के संदर्भ में नाममात्र या कोई सुधार नहीं किया है। हालत ये है कि भारत के मामले में नौ दिन चले अढ़ाई कोस वाली कहावत चरितार्थ हो रही है।
'आतंकवाद की जननी' पाक के 'महान बलिदान' का चीन कायल
ब्रिक्स में भारत ने जोरों शोरों से पाकिस्तान को घेरा और कोशिश की कि सीमा पार आतंकवाद पर घोषणात्र जारी हो। इस दौरान भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान को ‘आतंकवाद की जननी’ करार दिया। इस बयान के एक दिन बाद सोमवार को चीन की तरफ से इसका जवाब आया है। ड्रैगन ने अपने इस पुराने दोस्त का यह कहते हुए बचाव किया कि वह किसी देश या धर्म को आतंकवाद के साथ जोड़े जाने के विरुद्ध है।
ब्रिक्स ने नहीं समझी भारत की बात
गोवा में 8वां ब्रिक्स सम्मेलन संपन्न हो गया, लेकिन सम्मेलन की मेजबानी करने के बावजूद पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद को अंजाम तक पहुंचाने में भारत पूरी तरह से सफल नहीं हो पाया। अड़ंगा फिर चीन ने ही लगाया। उसने अपने दोस्त पाकिस्तान की खातिर भारत की मुहिम को कमजोर करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने गोवा घोषणा पत्र में भारत के साथ एकजुटता दिखाते हुए अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद से मुकाबले के लिए व्यापक रणनीति पर जोर दिया। लेकिन इसकी किसी पंक्ति में सीमा पार आतंकवाद का जिक्र नहीं किया गया। जबकि हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ताकत तो पूरी झोंकी थी।
मसूद को आतंकी बता राजनीतिक फायदा ना उठाए भारत : चीन
मसूद अजहर को लेकर पूरा विश्व एकमत है। सभी उसे खतरनाक आतंकी मानते है लेकिन जैश-ए-मोहम्मद सरगना को चीन आतंकी मानने से इंकार कर रहा है। ऊपर से भारत के रणनीतिक कौशल से सकपकाए ड्रैगन ने उलटा भारत पर आतंकवाद पर राजनीति का आरोप लगाया है।
पाक दूतों की ब्लैकमेलिंग, कहा नहीं माना भारत तो उठायेगें खालिस्तान और माओवाद का मुद्दा
रणनीतिक तौर पर पूरे विश्व में अलग-थलग पड़े पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ ब्लैकमेलिंग का रास्ता ढूंढा है। इस बार पाक ने कहा है कि भारत अगर बलोचिस्तान की पैरवी करना नहीं छोड़ेगा तो वो खालिस्तान और माओवाद पर भारत को घेरेगा। ये नया राग पाक के विशेष दूतों ने छेड़ा है
आखिरकार रद्द हो गया सार्क सम्मेलन, पाक ने किया ऐलान
दुनिया में अपनी करतूतों की वजह से अलग-थलग पड़े पाकिस्तान ने आखिरकार सार्क सम्मेलन को रद्द करने का ऐलान कर ही दिया। पाकिस्तान ने इसका औपचारिक ऐलान कर दिया है। इससे पहले पाक इस समिट को टालने की बात कर रहा था। इसके लिए भी उसने भारत को ही जिम्मेदार ठहराया है।
अब शरीफ को इमरान बतायेंगे कि भारत को जवाब कैसे देना है
सर्जिकल अटैक ने पाकिस्तान की सियासत को गरमा दिया है। पीओके पर भारत के सर्जिकल ऑपरेशन के बाद विपक्षी पार्टियों ने पीएम नवाज शरीफ को नसीहत देने का बीड़ा उठा लिया है। इनमें सबसे आगे हैं तहरीक-ए-इंसाफ प्रमुख और पूर्व क्रिकेटर इमरान खान। जिन्होंने दावा किया है कि वो अपने वजीर-ए-आजम को बतायेंगे कि भारत को जवाब कैसे दिया जाता है।
सर्जिकल ऑपरेशन को सभी राजनीतिक दलों ने बताया जरूरी
भारतीय सेना द्वारा पीओके में देर रात किए गए सर्जिकल स्ट्राइक की सभी राजनीतिक दलों ने सराहना की और केन्द्र सरकार के साथ खड़े रहने का वादा किया। सभी ने भारतीय सैनिक के इस साहस को सलाम किया है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सरकार के इस कदम को सराहनीय बताया ।
सुरक्षा जांच के बाद मिल सकती है बुगती को भारत में शरण
स्विट्जरलैंड में रह रहे ब्रहामदाग बुगती द्वारा भारत में राजनीतिक शरण मांगने को लेकर सरकार की तरफ से कार्रवाई तेज हो गई है। बलूच नेता बुगती के आवेदन पर तत्काल कार्रवाई करते हुए गृह मंत्रालय ने आइबी और रॉ से सिक्यूरिटी क्लीयरेंस मांगा है। खुफिया एजेंसियों से क्लीयरेंस मिलने के बाद ही कैबिनेट के सामने बुगती के आवेदन को विचार के लिए रखा जाएगा।
ड्रैगन पर दबाव की रणनीति से ही बनेगी बात
पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए सरकार कई विकल्पों पर चर्चा कर रही है। रणनीतिक और राजनीतिक तौर पर अलग थलग करने के लिए भारत को चीन को उसी अंदाज में समझाना होगा जिसे वो बखूबी समझता है। उस प्रेशर टैक्टिक्स को अपनाना होगा जिसकी भाषा उसे समझ में आती है यानी सटीक आर्थिक रणनीति बनानी होगी। ऐसे अनगिनत मौके आए हैं जब चीन ने भारत के बजाए पाकिस्तान की बात को गंभीरता से लिया है।