मनमोहन ने गडकरी जासूसी प्रकरण पर सरकार से मांगी सफाई
संप्रग सरकार के दौरान मौन धारण करने के लिए मशहूर पूर्व पीएम मनमोहन अब मुखर हो गए हैं। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के घर में कथित तौर पर जासूसी उपकरण मिलने की खबरों के बाद मनमोहन सिंह ने इस पर एनडीए सरकार से संसद में सफाई देने की मांग की है। मनमोहन ने इस मामले पर अप्रत्याशित रूप से टिप्पणी करते हुए कहा कि वह आशा करते हैं कि यह मामला सच न हो, लेकिन सच्चाई सबके सामने आनी चाहिए। उधर, नितिन गडकरी ने घर में जासूसी उपकरण मिलने की बात को गलत बताया है।
मनमोहन को छूट पर US कोर्ट ने मांगा जवाब
अमेरिका की एक अदालत ने भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के खिलाफ मानवाधिकारों के उल्लंघन से संबंधित एक मामले में छूट देने के अमेरिकी सरकार के सुझाव पर जवाब तलब किया है। अदालत ने अमेरिकी सरकार से 10 जुलाई तक इस पर जवाब देने के लिए कहा है।
CWC बैठक:सोनिया और राहुल के इस्तीफे की पेशकश नामंजूर
लोकसभा चुनावों में बुरी तरह पिटने के बाद सोमवार को कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक बुलाई गई। बैठक हार पर मंथन और जिम्मेदारी तय करने के लिए बुलाई गई। जिसमें हार की जिम्मेदारी लेते हुए कांग्रेस अध्यक्ष और उपाध्यक्ष ने इस्तीफे की भी पेशकश की, जिसे निष्ठावान कांग्रेसियों ने सिरे से खारिज कर दिया। बैठक करीब तीन घण्टे चली।
राहुल की नदारदगी की चौतरफा निंदा
कांग्रेस उपाध्यक्ष की पीएम मनमोहन सिंह की विदाई समारोह से गैर मौजूदगी ने विपक्ष को कांग्रेस नेता पर हमले का एक और मौका दे दिया है। सभी दलों ने एक सुर में इसे एक तरह से पीएम का अपमान माना है। इस बीच, कांग्रेस राहुल को बचाने की कवायद में तो लगी है लेकिन चौतरफा निंदा भी झेलने को मजबूर है।
पीएम के रात्रिभोज में नहीं पहुंचे राहुल
सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री मनमोहन समारोह के सम्मान में जो रात्रिभोज दिया, उससे कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी नदारद रहे। मनमोहन सिंह का 10 साल लंबा कार्यकाल खत्म हो गया है। बुधवार रात कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने उनके सम्मान में भोज दिया। इस दावत का फोकस पीएम से ज्यादा राहुल की गैरमौजूदगी पर रहा।
जेटली ने प्रधानमंत्री को कहा- 'सयाना आदमी'
भाजपा नेता अरुण जेटली ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की तारीफ में कहा कि प्रधानमंत्री की व्यक्तिगत निष्ठा संदेह से परे रही है। जेटली ने मनमोहन को 'सयाना आदमी' बताते हुए कहा कि विद्वता के साथ वह हमेशा अपने समक्ष आने वाले विषयों पर पूरी जानकारी रखते थे और तैयारी के साथ बात करते थे।
साउथ ब्लॉक ने दी पीएम मनमोहन को विदाई
प्रधानमंत्री के रूप में डॉ. मनमोहन सिंह के लिए मंगलवार का दिन अंतिम कार्यदिवस रहा। साउथ ब्लॉक स्थित उनके कार्यालय के कर्मचारियों ने उन्हें खड़े होकर विदा किया। प्रधानमंत्री कार्यालय के मुताबिक प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह संभवत: 17 मई की दोपहर को राष्ट्र को संबोधित करेंगे।'
मोदी के गले लग भाजपा के हुए पीएम के सौतेले भाई
कांग्रेस और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को उनके सौतेले भाई दलजीत सिंह कोहली ने जोर का झटका देते हुए अपने कई साथियों समेत भाजपा का दामन थाम लिया है। खास बात ये कि, अमृतसर में भाजपा के पीएम उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी की मौजूदगी में ही वो भगवा रंग में रंग गए। शुक्रवार को अरुण जेटली के लिए चुनावी रैली को संबोधित करने के लिए मोदी यहां पहुंचे। उधर, पीएमओ ने बयान जारी कर कहा है कि पीएम का परिवार अपने घर के सदस्य के इस रुख से काफी सकते में है।
क्यों रहे मनमोहन मौन
हमारे पीएम मनमोहन सिंह मौन क्यों रहे ये जगजाहिर है। देश की राजनीति में थोड़ी बहुत दिलचस्पी रखने वाला शख्स पिछले एक दशक से जान रहा है कि इसकी वजह कांग्रेस हाईकमान ही है। जो सारी कमान अपने हाथ में रखकर रिमोट कंट्रोल से सरकार संचालित करता है। अब तो इस मौन के राज का फाश घर के भेदी ने ही कर दिया है। पीएम के बेहद करीबी रहे मिडिया सलाहकार संजय बारू और पूर्व कोयला सचिव पीसी पारेख ने अपनी-अपनी किताबों के जरिए कमजोर प्रधानमंत्री की बेचारगी को बेनकाब कर दिया है। द एक्सिडेंटल पीएम, मेकिंग एंड अनमेकिंग ऑफ मनमोहन सिंह में बारू ने और क्रूसेडर ऑर कांसपिरेटर के जरिए पारेख ने मजबूर पीएम की घुटन को बयान किया है।
बारू 'बम' से सकते में कांग्रेस, PMO की सफाई
प्रधानमंत्री कार्यालय ने पूर्व मीडिया सलाहकार संजय बारू पर अपने विशेष पद का ‘दुरुपयोग’करने का आरोप लगाया है। साथ में ये भी कहा है कि किताब व्यावसायिक लाभ लेने की कोशिश है। दरअसल, इस पुरी कवायद की वजह डॉ संजया बारू का 'किताब बम' है। बारू ने अपनी पुस्तक ‘द एक्सीडेंटल प्राईम मिनिस्टर - द मेकिंग एंड अनमेकिंग ऑफ मनमोहन सिंह’में लिखा है कि कांग्रेस पार्टी में मनमोहन सिंह को तवज्जो नहीं दी गई। उन्हें सोनिया गांधी ने कमजोर किया और अपनी समानांत्तर सत्ता खड़ी की। बारू की किताब की कुछ विषय वस्तु के सार्वजनिक होते ही पीएमओ ने बयान जारी किया, जिसमें इसने कहा, 'यह विशेष पद का दुरुपयोग करने का प्रयास है और उच्च पद का इस्तेमाल व्यावसायिक लाभ के लिए करना है।'