समधी बनेंगे लालू प्रसाद और मुलायम
सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव और राजद नेता लालू यादव की दोस्ती अब जल्द ही रिश्ते में बदलने वाली है। सूत्रों के मुताबिक, लालू प्रसाद की छोटी बेटी राजलक्ष्मी की शादी मुलायम सिंह यादव के पोते तेज प्रताप यादव से तय हो गई है। तेज प्रताप मैनपुरी से हाल ही में सांसद चुने गए हैं।
लगातार नौवीं बार सपा अध्यक्ष बने मुलायम
मुलायम सिंह यादव को लगातार नौवीं बार समाजवादी पार्टी (सपा) का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुन लिया गया। सपा के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव ने पार्टी के नौंवे राष्ट्रीय अधिवेशन में इस बात की घोषणा करते हुए बताया कि मुलायम को लगातार नौवीं बार सर्वसम्मति से पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया है। इसके साथ ही मुलायम अगले तीन साल तक पार्टी के अध्यक्ष रहेंगे। इस मौके पर सपा सुप्रीमो ने पार्टी कार्यकर्ताओं को नसीहत दी कि वे अपने आचरण और व्यवहार में सुधार करें और जनता की उपेक्षा न करें।
विस उपचुनाव: मोदी लहर गायब, शाह का जादू फेल
जिस उत्तर प्रदेश में चार महीने पहले भाजपा ने लोकसभा की 73 सीटें जीती हों, वहां वह विधानसभा उपचुनाव में अपनी ही 11 में से 8 सीटें हार जाए तो मोदी लहर और अमित शाह के जादू पर सवाल तो बनता है। इन 8 सीट में से एक सीट रोहनिया भी है जो प्रधानमंत्री के क्षेत्र वाराणसी की है। 33 विधानसभा और 3 लोकसभा क्षेत्र में उपचुनाव में पिछले दिनों चुनाव हुए थे। चुनाव के परिणामों को मोदी सरकार के सौ दिनों के कामकाज की प्रतिक्रिया के रूप में देखा जा रहा है।
मुलायम को माया का करारा जवाब- सत्ता नहीं, सम्मान बड़ा
समाजवादी पार्टी मुखिया मुलायम सिंह यादव के मंसूबे पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने पानी फेर दिया है। माया ने सम्मान की बात करते हुए मुलायम के उस प्रस्ताव की हवा निकाल दी है जिसमें उन्होंने लालू के हाथों सपा-बसपा के यूपी में गठजोड़ के संकेत दिए थे। नेताजी ने स्पष्ट किया था कि भाजपा के खिलाफ समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी एकजुट हो सकते हैं बशर्ते लालू खुद मायावती का हाथ पकड़कर ले आयें।
माया से हाथ मिलाने को तैयार हैं मुलायम
भाजपा को पछाड़ने का 'लालू फॉर्मूला' सपा मुखिया मुलायम सिंह को भा रहा है। सपा मुखिया भी अपनी धुर विरोधी से हाथ मिलाने को तैयार हैं। यानी बिहार की तर्ज पर उत्तर प्रदेश में भी दो धुर विरोधी यानी सपा और बसपा गठजोड़ कर सकते हैं।
'गैर-राजनीतिक' मंच पर मुलायम और अमर दिखेंगे साथ-साथ
बिहार के बाद अब उत्तर प्रदेश में भी पुराने दोस्त एक दूसरे के करीब आते दिख रहें हैं। मुलायम सिंह से काफी समय तक रूठने के बाद अमर सिंह अब सपा प्रमुख के एक कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। मंगलवार को उत्तर प्रदेश की सपा सरकार ये कार्यक्रम करा रही है। इसे हाल के लोकसभा चुनावों में सपा के घटते जनाधार को बढ़ाने की कवायद और अमर सिंह की तरफ से अपनी राजनीतिक साख को बचाने की मुहिम के तौर पर देखा जा रहा है। दोनों नेता अपनी पुरानी दोस्ती को बढ़ाने की ओर बढ़ते नजर आ रहे हैं।
मुलायम ने ली अखिलेश के मंत्रियों की क्लास
लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में बुरी हार से बौखलाए सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने रविवार को समीक्षा बैठक बुलाई, जिसमें प्रदेश के सभी 59 मंत्रियों को भी बुलाया गया। बैठक में इन मंत्रियों से पूछा गया कि जिन जिलों से वे चुनकर आए हैं, वहां पार्टी का प्रदर्शन खराब क्यों रहा?
जिला इकाइयों पर फूटा मुलायम का गुस्सा
लोकसभा चुनाव में पार्टी की करारी शिकस्त के बाद अपनी प्रदेश स्तरीय कार्यकारिणी एवं 15 प्रकोष्ठ भंग कर चुकी समाजवादी पार्टी ने आठ जिले छोड़ कर अपनी सभी जिला इकाइयां भंग कर दी है। पार्टी के इन सभी प्रकोष्ठों की इकाइयों को तत्काल प्रभाव से भंग किया गया है।
'आप अपना काम करें, मुझे अपना करने दीजिए'
उत्तर प्रदेश में एक के बाद एक बलात्कार व हत्या की घटनाओं के उजागर होने के बाद प्रदेश सरकार की हो रही खराब छवि से मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव आगबबूला हो गए हैं। बुधवार को जब मुलायम सिंह यादव संसद पहुंचे और पत्रकारों ने बदायूं रेप कांड पर सवाल पूछा तो इसपर कोई सकारात्मक जवाब देने के बजाय उल्टे मीडिया पर यह कहते हुए बरस पड़े कि 'आप अपना काम कीजिए, मुझे अपना करने दीजिए।' रामगोपाल ने भी मीडिया पर खूब तंज कसे।
ये उत्तर प्रदेश का चरित्र है!
किसी भी समुदाय, समाज की व्याख्या उसके नायकों के आधार पर ही की गई है। पहले राजे-रजवाड़े, नवाब होते थे। अब लोकतंत्र है। इसलिए चुनकर जो आ जाए वही नायक होता है। चुनकर कैसे आया ये मुद्दा नहीं है। उसी के चरित्र से समुदाय, समाज, राज्य और देश का चरित्र तय होता है। आज उत्तर प्रदेश का चरित्र तय हो रहा है।