'yes we can' नारे के साथ राष्ट्रपति ओबामा ने 'फैलो अमेरिकन्स' से ली विदाई
बतौर अमेरिकी राष्ट्रपति ये बराक ओबामा का आखिरी भाषण था। उन्होंने इसके लिए शिकागो को चुना। जहां से उन्होंने खुद को जानने, समझने की शुरुआत की थी। शिकागो में अपने 50 मिनट के भाषण के दौरान ओबामा ने बीते आठ सालों की उपलब्धियां गिनाईं। लोकतंत्र की महत्ता बताई और ओबामा ने बिना नाम लिए अमेरिका के अगले राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप की नीतियों पर भी निशाना साधा और लोगों से सहिष्णु बनने के साथ ही नस्लवाद को बढ़ावा न देने की अपील की। मिशेल ओबामा और अपनी बेटियों का शुक्रिया अदा करते वक्त ओबामा की आंखों से आंसू छलक पड़े।
डॉ. बरई और डॉ. शिवांगी को प्रवासी भारतीय सम्मान अवार्ड
भारतीय अमेरिकियों डॉक्टर भरत बरई और डॉक्टर संपत शिवांगी को प्रतिष्ठित प्रवासी भारतीय सम्मान अवार्ड के लिए चुना गया है। दूसरे देशों में रहने वाले भारतीयों और भारतीय मूल के लोगों को दिया जाने वाला यह सबसे बड़ा नागरिक सम्मान है।
नोटबंदी पर राष्ट्रपति ने सरकार को किया आगाह; लंबे वक्त तक इंतजार नहीं कर सकते गरीब
राज्यों के राज्यपालों और उपराज्यपालों को अपने नववर्ष के वीडियो संदेश में राष्ट्रपति मुखर्जी ने गुरुवार को कहा कि नोटबंदी से निश्चित ही गरीबों की परेशानियां बढ़ी हैं। गरीब लंबे वक्त तक इंतजार नहीं कर सकते और उन्हें तत्काल मदद की जरूरत है। संभव है नोटबंदी से कालाधन और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में ताकत मिलेगी, लेकिन इससे अर्थव्यवस्था की रफ्तार पर भी प्रभाव पड़ेगा। इससे अस्थायी आर्थिक मंदी की आशंका भी है।
बजट सत्र 31 जनवरी से, विपक्ष के ऐतराज पर जेटली ने गढ़े तर्क
इस साल संसद का बजट सत्र 31 जनवरी से शुरू होगा। मोदी सरकार ने ऐतिहासिक परिवर्तन कर साल 2017-18 के लिए आम बजट एक फरवरी को पेश करने का फैसला किया है। बजट प्रक्रिया में इस बदलाव का फैसला मंगलवार को संसदीय मामलों पर मंत्रिमंडलीय समिति की बैठक में किया गया। राष्ट्रपति के अभिभाषण के साथ आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट भी 31 जनवरी को संसद में रखी जाएगी। विपक्षी दलों ने बजट को समय से पहले पेश करने के सरकार के फैसले का विरोध किया है।
जस्टिस जगदीश सिंह खेहर बने देश के 44वें CJI, पद की ली शपथ
न्यायमूर्ति जगदीश सिंह खेहर ने बुधवार को देश के 44वें प्रधान न्यायाधीश पद की शपथ ली। वरिष्ठता क्रम में दूसरे नंबर के न्यायमूर्ति जगदीश सिंह खेहर को पूर्व प्रधान न्यायाधीश तीरथ सिंह ठाकुर ने अपने उत्तराधिकारी के रूप में नामित किया था। बुधवार को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने उन्हें भारत के प्रधान न्यायाधीश पद की शपथ दिलाई। राष्ट्रपति भवन में शपथ ग्रहण समारोह के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी मौजूद रहे।
विपक्ष की राष्ट्रपति से गुहार, केन्द्र की मनमानियों पर लगायें लगाम
आईटी एक्ट के विरोध में लामबंद विपक्ष ने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाकात की और उन्हें केन्द्र सरकार की मनमानियों पर अंकुश लगाने की अपील भी की। इस मामले को लेकर एक ज्ञापन भी सौंपा। राहुल गांधी की अगुवाई में 16 दलों के प्रतिनिधिय राष्ट्रपति से मिले।
अमेरिका ने रचा इतिहास, ट्रम्प चुने गए 45वें राष्ट्रपति
राजनीति में नौसिखिए और रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका में राष्ट्रपति पद का चुनाव जीतकर पूरी दुनिया को चौंका दिया है। अमेरिकी मतदाताओं ने उम्मीद के विपरीत और आत्मसंतुष्ट व उदारवादी व्यवस्था के खिलाफ एक तरह से विद्रोह करते हुए हिलेरी क्लिंटन और 16 साल से चले आ रहे डेमोक्रेटिक पार्टी के शासन को खारिज कर दिया।
राष्ट्रपति, उप-राष्ट्रपति और राज्यपालों का वेतन नौकरशाहों से भी था कम इसलिए तीन गुणा होगी बढ़ोत्तरी
राष्ट्रपति, उप राष्ट्रपति और राज्यपालों का वेतन बढ़ाने की तैयारी केंद्र सरकार ने कर ली है। गृह मंत्रालय ने इनका वेतन तीन गुना तक करने का प्रस्ताव तैयार किया है। अभी राष्ट्रपति का वेतन 1.50 लाख रुपये, उप राष्ट्रपति का वेतन 1.25 लाख रुपये और विभिन्न राज्य के राज्यपालों का वेतन 1.10 लाख रुपये प्रतिमाह है। वेतन बढ़ोत्तरी का यह कदम सातवें वेतन आयोग की संस्तुति के बाद उठाया जा रहा है।
राष्ट्रपति की सरकार को नसीहत, सिर्फ उच्च जीडीपी देश की असली तस्वीर नहीं
मोदी सरकार को आगाह करते हुए राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने रविवार को कहा कि भारत के लिए जरूरी है कि वह अपने सभी नागरिकों के लिए आधुनिक स्वास्थ्य प्रणाली उपलब्ध कराए, ताकि दुनिया में उचित स्थान हासिल कर सके। उन्होंने यह भी कहा कि महज उच्च सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) दर पर्याप्त नहीं है। हमें सभी के लिए आधुनिक और वैज्ञानिक स्वास्थ्य प्रणाली सुनिश्चित करने की जरूरत है।
असहिष्णु शक्तियों से निपटने की जरूरत : राष्ट्रपति
70वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्र के नाम संबोधन में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा कि पिछले चार वर्षों में कुछ अशांत, विघटनकारी और असहिष्णु शक्तियों ने सिर उठाया है और इसने राष्ट्रीय चरित्र के विरुद्ध कमजोर वर्गों पर हमले किए। ऐसी शक्तियों से सख्ती से निपटने की जरूरत है। राष्ट्रपति ने कहा, हालांकि उन्हें भरोसा है कि ऐसे तत्वों को निष्क्रिय कर दिया जाएगा और भारत की शानदार विकास गाथा बिना रुकावट आगे बढ़ती रहेगी।