लालू प्रसाद यादव क्यों बोले? 'नसबंदी जैसा होगा नोटबंदी का हश्र'
राष्ट्रीय जनता दल के मुखिया लालू प्रसाद ने मोदी सरकार के नोटबंदी फैसले की तुलना इंदिरा सरकार द्वारा लगाए गए आपातकाल के दौरान की जाने वाली नसबंदी से की है। उन्होंने कहा कि नोटबंदी से मोदी सरकार का वही हाल होगा जो नसबंदी से कांग्रेस (इंदिरा सरकार) का हुआ था।
लालू कहिन- तथाकथित चायवाले को नहीं पता गरीबों का दर्द
लालू प्रसाद यादव इन दिनों सोशल मीडिया पर काफी मुखर हैं। नोटबंदी को लेकर वो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर लगातार हमला कर रहें हैं। अब उन्होंन अपने खास अंदाज में फिर पीएम को कोसा है। उन्होंने कहा है कि पीएम को गरीबों की हाय लगेगी।
लालू प्रसाद बोले - प्रधानमंत्री जी! देश को है आपकी 'मंशा पर शंका'
केंद्र सरकार द्वारा 500 और 1000 के पुराने नोटों पर प्रतिबंध लगाए जाने के पांच दिन बाद बीते रविवार को अपनी चुप्पी तोड़ते हुए राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने पीएम मोदी से पूछा- अगर आप भ्रष्टाचार और कालाधन खत्म करना चाहते हैं तो 2000 रुपये का नोट क्यों बनाया? आपकी इस मंशा पर देश को शंका है।
लालू बोले- अखिलेश तुम आगे बढ़ो, 'रंगुवा सियार' को खदेड़ने के लिए हम तुम्हारे साथ हैं
रजत जयंती समारोह में प्रदेश के प्रथम परिवार के अलावा जिस एक शख्स पर सभी की नजर टिकी थी वो थे लालू प्रसाद यादव। राष्ट्रीय जनता दल अध्यक्ष और मुलायम परिवार के संबंधी लालू प्रसाद यादव भी परिवार में सब कुछ बेहतर करने के जज्बे के साथ मंच पर दिखे। चाचा भतीजे को एक दूसरे के करीब भी लाये। उन्होंने अपनी तरफ से अखिलेश को प्रदेश के अगले सीएम के तौर पर पेश किया और डंके की चोट पर कहा अखिलेश तुम रथ लेकर आगे बढ़ो हम तुम्हारे साथ हैं। इस मंच के जरिए लालू ने केन्द्र सरकार के खिलाफ जी भर कर गुबार निकाला।
सपा रजत जयंती: लोहिया के बहाने अखिलेश ने चाचा शिवपाल पर किया पलटवार
जैसा सोचा और कहा जा रहा था कि विकास यात्रा पूरे परिवार को एक छत के नीचे ले आई है और द ग्रेट सपा ड्रामे का पटाक्षेप हो गया है। लेकिन शनिवार को समाजवादी पार्टी की रजत जयंती समारोह में तल्खियां साफ नजर आई। दिख रहा है कि नाटक अभी लम्बा चलेगा। मंच पर एक तरफ शिवपाल तो दूसरी ओर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश नजर आए और इन दोनों के बीच सपा सुप्रीमो मुलायम और राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव एक सेतु की तरह नजर आये। सब कुछ ठीक ठाक दिखाने की कोशिश तो बहुत हुई। अखिलेश ने चाचा के पैर भी छूये लेकिन दूरियां जाहिर हो ही गई।
लालू के लाल मनीषा, कंचन और देविका से परेशान!
इन दिनों राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव से ज्यादा चर्चा उनके बेटे और बिहार के उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की है। इन्हें लड़कियों ने परेशान कर दिया है। वो भी एक दो नहीं 44 हजार से ज्यादा लड़कियों ने। तेजस्वी को इन लड़कियों ने विवाह का प्रस्ताव भेजा है। वो भी वॉट्स एप पर। जिसे इस युवा मंत्री ने बिहार की बदहाल सड़कों की जानकारी इकट्ठा करने के इरादे से जारी किया था।
लालू ने ली भाजपा की खबर, कहा जमीर ही मर चुका है
राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने झारखंड में पुलिस फायरिंग में मारे गए ग्रामीणों का मुद्दा सोशल मीडिया पर उठाया है। उन्होंने कहा है कि राज्य की भाजपा सरकार का जमीर तक मर चुका है। लालू ने हजारीबाग के बड़कागांव में पुलिस फायरिंग में चार ग्रामीणों की मौत पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इसे पश्चिम बंगाल के सिंगूर की तरह दमनकारी बताया है।
पितरों का पिंडदान करने के दौरान भी 'नारद राग' से बाज नहीं आए अमर
अपने पितरों को गया में पिंडदान करने सपा महासचिव अमर सिंह जब गया पहुंचे तो मीडिया से बातचीत में उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा। अमर सिंह ने लालू की तारीफ करते हुए कहा कि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव का बड़प्पन है कि जेल भेजने वाले नीतीश कुमार को उन्होंने बिहार का मुख्यमंत्री बना डाला।
'बेवकूफी में नहीं बना गठबंधन, ठोक ठाक कर बनाया है'
शहाबुद्दीन मसले को लेकर महागठबंधन में पड़ रही दरार को राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने सिरे से खारिज किया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि अब भी नीतीश इस गठबंधन के सरदार हैं। साथ ही उन्होंने गठबंधन के साथी मित्रों को पार्टी फोरम में ही अपनी बात रखने का मशविरा दिया। लालू ने कहा, 'सरकार को कोई खतरा नहीं है। महागठबंधन कायम है। महागठबंधन की सरकार बेवकूफी में नहीं बनी है। ठोक ठाक कर बनाया है।'
लालू के 'शहाबुद्दीन' पर गर्माई सियासत
लालू के शहाबुद्दीन की रिहाई और उसके बाद इस पूर्व सांसद की बयानबाजी से बिहार की सियासत में भूचाल सा आ गया है। महागठबंधन के धुर विरोधियों को जहां नीतीश सरकार पर हमला करने का सुअवसर मिल गया है वहीं डैमेज कंट्रोल की कोशिशें भी तेज हो गई हैं। राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव अपने 'खास' शहाबुद्दीन को बचाने की मु्द्रा में दिख रहें हैं।