कांग्रेस एक और राज्य में हार गई। भारतीय जनता पार्टी ने फिर साबित कर दिया कि आज की तारीख में वो राजनीतिक कौशल में कांग्रेस से काफी आगे है। कर्नाटक में सत्ताधारी पार्टी ने हर वो पैंतरा आजमाया जो उसे बीस साबित करे लेकिन आखिरकार नतीजा भाजपा के पक्ष में गया। सवाल उठ रहें हैं कि आखिर कांग्रेस से चूक कहां हो गई? जवाब कई हैं। सिद्धारमैया ने ऐन मौके पर लिंगायत नाम का दांव चला। विश्लेषक भी मानते रहे कि ये अचूक अस्त्र है जिससे कांग्रेस को फायदा दिलाएगा। लेकिन नतीजों ने उस सोच को भोथरा कर दिया। दरअसल, लिंगायत के चक्कर में कांग्रेस ने अपना पारम्परिक वोटर भी खो दिया। वो जो वोकालिंगा समाज से आता था, जो दलित था और जो मुस्लमान था।