वरुण ने कहा- 'फूल कर कुप्पा होने की जरूरत नहीं सरकार'
भारतीय जनता पार्टी सांसद ने कहा है कि देश की विकास तरक्की को लेकर फूल कर कुप्पा होने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि GDP को देश की तरक्की का पैमाना नहीं माना जा सकता क्योंकि इससे स्वास्थ्य, अशिक्षा और महिलाओं की बेगारी की बुनियादी समस्याओं का हल नहीं मिलता है। अब ये स्पष्ट है कि उनके निशाने पर कौन और क्यों है। भाजपा के स्टार प्रचारक ने ऐसे कई मुद्दे उठाये जो उनकी पार्टी लाइन से इतर है और उनके बगावती तेवरों को और धार देने वाले हैं। उन्होंने वेमुला खुदकुशी मामला, विजय माल्या के बकाए कर्ज, किसानों की कर्ज माफी पर भी अपनी राय खुलकर जाहिर करने में संकोच नहीं किया।
भाजपा के स्टार प्रचारकों की सूची से आडवाणी, जोशी, वरुण बाहर
भाजपा ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के पहले दो चरणों के लिए अपने स्टार प्रचारकों की सूची जारी की है। चौकाने वाली बात यह है कि इस सूची में भाजपा के वरिष्ठ नेता व मार्गदर्शक मंडल के सदस्य लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और युवा नेता वरुण गांधी का नाम नहीं है। सूची में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह, राजनाथ सिंह, अरुण जेटली, नितिन गडकरी और स्मृति ईरानी समेत 40 लोगों के नाम शामिल हैं।
वरुण गांधी ने कहा- 'ताकत का विकेंद्रीकरण' होना चाहिए
भाजपा सांसद वरुण गांधी ने मंगलवार को सुल्तानपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में पहेलियों से भरी बातें कीं। उन्होंने कहा कि ताकत का विकेंद्रीकरण होना चाहिए। ताकत एक जगह सिमट कर नहीं रहनी चाहिए। इस दौरान वरुण गांधी ने न तो प्रधानमंत्री का जिक्र किया, न नोटबंदी का और न ही कालेधन के खिलाफ मुहिम का।
भाजपा सांसद वरुण गांधी का देश की जनता के नाम खुला खत
अपने ऊपर लगे हनीट्रैप और संवेदनशील जानकारी लीक करने के मामले में वरुण गांधी ने देश की जनता के नाम खुला खत लिखा है। उन्होंने व्हिसल ब्लोअर एडमंड एलन द्वारा लगाये गए सभी आरोपों को बेबुनियाद करार दिया है। अपने लेटर हेड पर वरुण ने अपनी बात रखी है।
रामायण म्यूजियम कटियार के लिए लॉलीपॉप तो वरुण बोले- मैं इससे दूर
अपने बयानों को लेकर विवादों में रहने वाले भाजपा सांसद विनय कटियार के निशाने पर इस बार अपनी पार्टी का एजेंडा ही हैं। उन्होंने अयोध्या में रामायण म्यूजियम की बात को सिरे से नकारा है। उन्होंने इस तरह के किसी भी संग्रहालय को महज लॉलीपॉप करार दिया है। वहीं युवा नेता वरुण गांधी ने इस मसले पर पूछे गए सवाल को ये कह कर टाल दिया कि वो इन सबसे दूर हैं।
...तो क्या वरुण की कांग्रेस में होगी ताजपोशी?
फिरोज़ वरुण गांधी किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। भारत के उसी गांधी परिवार से ताल्लुक रखते हैं जिससे कांग्रेस की पहचान है। लेकिन वरुण अपनी मां मेनका के साथ काफी समय से भाजपा की लड़ाई लड़ते आ रहे हैं। वरुण सुल्तानपुर से भाजपा सांसद हैं। इन दिनों वह एक बड़ी मुहिम में जुटे हैं। ये मिशन 100 गरीब लोगों को पक्के मकान दिलाने का और 3600 किसानों के कर्ज माफ कराने का है। बड़ा सवाल यह कि सब किसलिए?
पंडित नेहरू की कुर्बानी पर फिदा हुए वरूण, BJP को लगा झटका
सुलतानपुर से भाजपा सांसद वरुण गांधी के तेवर पार्टी से उनके तल्ख रिश्तों की ओर इशारा कर रहें हैं। उन्होंने शुक्रवार को पार्टी विरोधी बयानों की झड़ी लगा दी। संगीत नाटक अकादमी के गाडगे सभागार में हुए युवा संवाद कार्यक्रम में उन्होंने बिना नाम लिए केंद्र से लेकर प्रदेशों तक में अपनी ही सरकारों पर कई सवाल दागे तो भाजपा और संघ के निशाने पर रहने वाले नेहरू की तारीफों के पुल बांध दिए।
शाह की 'ड्रीम टीम' में नहीं मिली वरुण को जगह
भाजपा के नवनियुक्त अध्यक्ष ने शनिवार को अपनी 'ड्रीम टीम' का ऐलान कर दिया। इसमें वरुण गांधी का नाम नहीं है। शाह का यह फैसला वरुण और उन्हें उत्तर प्रदेश का सीएम बनाने का ख्वाब पालने वाली मां और केन्द्रीय मंत्री मेनका गांधी के लिए अप्रत्याशित है। इससे पहले वरुण महासचिव पद पर थे। इस फायरब्राण्ड और विवादों में रहने वाले युवा नेता को भले ही तरजीह नहीं दी गई है लेकिन हाल में राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ से भाजपा में आए राम माधव को महासचिव और पश्चिम उत्तर प्रदेश में क्षेत्र प्रचारक रहे शिव प्रकाश को सह-संगठन महासचिव की जिम्मेदारी दी गई है।
'हमारा सीएम कैसा हो, वरुण गांधी जैसा हो'
केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने अपने बेटे वरुण गांधी का नाम यूपी के सीएम के तौर पर उछाल दिया है। अपने संसदीय क्षेत्र पीलीभीत में एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि वरुण जैसा सीएम ही सूबे के हालात बेहतर कर सकता है। मेनका का इतना कहना था कि वहां मौजूद लोगों ने 'हमारा सीएम कैसा हो, वरुण गांधी जैसा हो' का नारा लगाना शुरू कर दिया। हालांकि मेनका के इस बयान से भाजपा किनारा करती दिख रही है। यूपी भाजपा अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने इसे उनका निजी बयान बताया है।
यूपी का बढ़ा सियासी पारा: सोनिया ने भरा पर्चा, सपा का घोषणापत्र जारी
लोकसभा चुनावों की उलटी गिनती के साथ ही यूपी में भी बुधवार को सियासी पारा काफी चढ़ता दिखाई दिया। एक तरफ जहां सत्तारुढ़ समाजवादी पार्टी ने अपना चुनावी घोषणा पत्र जारी किया, तो दूसरी तरफ कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया ने फूलों की बरसात के बीच रायबरेली से नामांकन दाखिल किया वहीं मंगलवार को वरुण गांधी द्वारा राहुल गांधी की तारीफ की भी चर्चा ने माहौल गर्माये रखा। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने को नामांकन भरने के लिए राहुल गांधी खुद कार चला कर ले गए। रायबरेली के कलेक्टर ऑफिस में नामांकन दाखिल करने से पहले सोनिया और राहुल ने पूजा-अर्चना की।