विश्व बैंक ने घटाया भारत की आर्थिक वृद्धि दर का अनुमान
बुधवार को प्रधानमंत्री के आर्थिक सलाहकार परिषद् (PMEAC) की बैठक के बीच विश्व बैंक और अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष ने सरकार को झटका दे दिया है। IMF ने अपने पूर्वानुमानों से किनारा कर लिया है। पहले के अनुमानों से इतर ये वृद्धि दर 0.5 फीसदी कम है। वहीं, विश्व बैंक ने उसकी सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि दर भी कम रहने का अनुमान जताया है।
भारतीय अर्थव्यवस्था को तगड़ा झटका, विकास दर घटकर तीन साल के निचले स्तर 5.7 फीसदी पर पहुंची
मोदी सरकार के विकास के तमाम दावों के बीच मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही में देश की विकास दर घटकर केवल 5.7 फीसदी रह गई। एक साल पहले समान तिमाही में यह 10.7 प्रतिशत था। पिछले तीन साल की किसी भी तिमाही का यह सबसे बुरा प्रदर्शन है। इससे पिछली तिमाही (जनवरी-मार्च 2017) में जीडीपी की वृद्धि दर 6.1 प्रतिशत रही थी। 2016-17 की पहली तिमाही की संशोधित वृद्धि दर 7.9 प्रतिशत थी।
विकास दर : जंग-ए-मैदान में भाजपा-कांग्रेस
लोकसभा चुनाव में अभी छह महीने से ज्यादा का वक्त है लेकिन, भाजपी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार और गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा और कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप को विकास दर पर केंद्रित कर दिया है। कांग्रेस सांसद और वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने सोमवार को कहा कि नरेंद्र मोदी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार के कार्यकाल (1998-2004) में 8.4 फीसदी विकास दर का दावा कर 'तथ्यों के साथ फर्जी मुठभेड़' कर रहे हैं।