विवादित बयान में बेटी की इज्जत से शरद ने फिर किया छेड़छाड़
महिलाओं की इज्जत को लेकर आपत्तिजनक बयान देकर जनता दल यूनाईटेड के वरिष्ठ नेता शरद यादव एक फिर से सुर्खियों में आ गए हैं। मंगलवार को उन्होंने कहा कि वोट की इज्जत और कीमत बेटी की इज्जत से बड़ी होती है। हालांकि जब इस बयान पर हंगामा खड़ा हुआ तो जेडीयू नेता ने बुधवार को कहा कि मेरे बयान को गलत तरीके से पेश किया जा रहा है। मेरे कहने का मतलब यह था कि वोट और बेटी के प्रति प्रेम और मोहब्बत एक सी होनी चाहिए।
'समाजवादी पार्टी किसी के साथ गठबंधन नहीं करेगी'
समाजवादी पार्टी को लेकर महागठबंधन के कयास पर फिलहाल सुप्रीमो मुलायम सिंह ने विराम लगा दिया है। उन्होंने कहा कि पार्टी किसी के साथ गठबंधन नहीं करने जा रही है। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव पार्टी अपने दम पर लड़ेगी, हां अगर कोई विलय करना चाहता है तो वो कर सकता है। पिछले महीने भर से अटकलों का बाजार गर्म था। माना जा रहा था कि बिहार की तर्ज पर ही उप्रमें महागठबंधन होगा। जिसमें जदयू, राजद जैसे दल शामिल होंगे। हाल ही में गठबंधन की संभावनाओं पर विचार करने के लिए शिवपाल यादव ने कांग्रेस के रणनीतिकार प्रशांत किशोर से मुलाकात की थी।
'समाजवादी पार्टी किसी के साथ गठबंधन नहीं करेगी'
समाजवादी पार्टी को लेकर महागठबंधन के कयास पर फिलहाल सुप्रीमो मुलायम सिंह ने विराम लगा दिया है। उन्होंने कहा कि पार्टी किसी के साथ गठबंधन नहीं करने जा रही है। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव पार्टी अपने दम पर लड़ेगी, हां अगर कोई विलय करना चाहता है तो वो कर सकता है। पिछले महीने भर से अटकलों का बाजार गर्म था। माना जा रहा था कि बिहार की तर्ज पर ही उप्रमें महागठबंधन होगा। जिसमें जदयू, राजद जैसे दल शामिल होंगे। हाल ही में गठबंधन की संभावनाओं पर विचार करने के लिए शिवपाल यादव ने कांग्रेस के रणनीतिकार प्रशांत किशोर से मुलाकात की थी।
चिदंबरम, प्रभु और शरद निर्विरोध निर्वाचित
केन्द्रीय मंत्री पीयूष गोयल एवं सुरेश प्रभु, वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम, जदयू नेता शरद यादव तथा तमिलनाडु में अन्नाद्रमुक एवं द्रमुक के सभी प्रत्याशी नामांकन वापस लेने की समयसीमा समाप्त होने के बाद राज्यसभा के लिए निर्विरोध निर्वाचित हो गये। महाराष्ट्र में छह सीटों के लिए छह ही प्रत्याशी थे और किसी ने नाम वापस नहीं लिया इसलिए सभी को ऊपरी सदन के लिए चुन लिया गया। निवाचित प्रत्याशियों में पीयूष गोयल, पी. चिदंबरम, प्रफुल्ल पटेल, भाजपा के विनय सहस्रबुद्धे, विकास महात्मे और शिवसेना के संजय राउत शामिल हैं।
JDU के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर भी 'राज नीतीश'
जनता दल यूनाइटेड की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में नीतीश कुमार को शनिवार को विधिवत रूप से जेडीयू का राष्ट्रीय अध्यक्ष का ताज पहना दिया गया। इससे पहले बैठक की अध्यक्षता करते हुए जेडीयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव ने नीतीश कुमार के अध्यक्ष पद के लिए अनुमोदन का प्रस्ताव रखा जिसपर सभी ने अपनी सहमति दी। 'संघ-मुक्त भारत' की जोरदार नारेबाजी के बीच बैठक को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि भाजपा का नया रूप अब किसी भी तरह से हमें या हमारी पार्टी को मंजूर नहीं है।
मंच पर फिर एक साथ नहीं दिखे नीतीश-लालू
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजद प्रमुख लालू प्रसाद एक बार फिर मंच साझा नहीं कर पाए। दोनों के इस रूख से आगामी सितंबर-अक्तूबर में संभावित विधानसभा चुनाव को लेकर एकजुटता दिखाने की मंशा पर सवाल खड़े हो गए हैं।
जनता परिवार का विलय होना तय : शरद यादव
जदयू अध्यक्ष शरद यादव ने कहा, ‘जनता दल का विलय होना तय है और यह जल्द ही होगा।’ सूत्रों ने बताया कि इस समूह में संसद में सबसे अधिक सांसदों वाली पार्टी समाजवादी पार्टी के नेता मुलायम सिंह विलय के बाद बनने वाली नयी पार्टी के अध्यक्ष होंगे। लोकसभा में सपा के पांच सदस्य, राजद के चार और जदयू, जदएस और इनेलोद के दो-दो सदस्य हैं। निचले सदन में इनके केवल 15 सदस्य हैं।
महिलाओं के रंग पर संसद में भिड़े शरद-स्मृति
राज्यसभा में सोमवार को जनता दल (युनाइटेड) के नेता शरद यादव की महिलाओं के रंग को लेकर की गई टिप्पणी पर जमकर हंगामा हुआ और केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी के साथ उनकी झड़प भी हुई। शरद यादव ने सोमवार को कहा कि महिलाओं के रंग-रूप को लेकर दी गई उनकी टिप्पणी को गलत तरीके से पेश किया गया है। राज्यसभा सांसद शरद यादव ने कहा कि वह इस मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार हैं, मगर उन्होंने माफी मांगने से साफ इनकार कर दिया।
फैशन और फीगर के फेर में फंसे शरद
शरद यादव की महिलाओं को लेकर क्या सोच है, ये जगजाहिर है। पहले भी कई मौकों पर वो महिला विरोधी बयान देते रहें हैं। लेकिन इधर कुछ वर्षों से जिस तरह के गैर जिम्मेदाराना बयान वो लोकतंत्र के मंदिर में दे रहें हैं उसकी जितनी निंदा की जाए कम है। आश्चर्य होता है कि लोहिया को अपनी नेता मानते रहे शरद यादव की सोच फैशन और फीगर से बाहर निकल ही नहीं पाई है। और शायद तभी शरद यादव जैसे जिस कद्दावर नेता की तूती बोलनी चाहिए वो अपनी इमेज का बंटाधार कर रहा है।
अपने बेतुके बयान पर शर्मिंदा नहीं शरद
जनता दल युनाईटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव ने एक बार फिर महिलाओं को लेकर संसद में गलत बयानी की है। बीमा बिल पर बहस के दौरान उन्होंने बगैर सोचे समझे दक्षिण भारतीय महिलाओं के फिगर पर बेतुका बयान दे डाला। इस बयान पर उन्होंने शर्मिंन्दगी भी नहीं जाहिर की है। माफी मांगने से इनकार करते हुए उन्होंने तर्क दिया है कि चूंकि साउथ की महिलायें नृत्य जानती हैं इसलिए उनका फीगर अच्छा होता है। शरद के इस बयान की चौतरफा निंदा हो रही है,हालांकि जब वो संसद में बोल रहे थे तो कई सांसद ठहाके भी लगा रहे थे।