लोकसभा चुनाव के 5वें चरण में सात राज्यों की 51 सीटों पर मतदान संपन्न, 63 प्रतिशत वोटिंग दर्ज
लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण में सात राज्यों की 51 सीटों पर वोटिंग संपन्न हो गई है। निर्वाचन आयोग से मिले आंकड़ों के मुताबिक, इस चरण में कुल 62.56 फीसदी वोटिंग हुई। इस चरण में भी पश्चिम बंगाल में सबसे ज्यादा वोटिंग हुई।
दलित हिंसा को हवा दे रहे कांग्रेस, सपा और बसपा : रविशंकर प्रसाद
केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस, बसपा, सपा पर आरोप लगाया कि ये तीनों पार्टियां राजनीतिक लाभ के लिए देश के विभिन्न हिस्सों में दलित हिंसा को हवा दे रही हैं। रविशंकर प्रसाद ने यहां मीडिया से कहा, आंबेडकर के प्रति कांग्रेस का जागा नया प्रेम अवसरवादी है, क्योंकि इस पार्टी ने कभी उनका ख्याल नहीं किया।
उत्तर प्रदेश की 10वीं सीट की जंग जीतने के बाद भाजपा के 28 सांसद पहुंचे राज्यसभा
सपा, बसपा और कांग्रेस की विपक्षी एकता में सेंध लगाते हुए भाजपा ने राज्यसभा चुनाव में 10वीं सीट की जंग जीत गई। इस तरह से 10 सीटों के लिए हुए चुनाव में भाजपा ने 9 सीटें अपनी झोली में डाल लीं। इसके साथ ही कुल 59 सीटों के चुनाव में भाजपा ने 28 सीटें अपनी झोली में डाली। उत्तर प्रदेश से एक सीट पर सपा ने जया बच्चन को चुनकर भेजा।
यूपी में कौन ज्यादा चिल्ला रहा है हिन्दू-मुस्लिम?
अचानक उत्तर प्रदेश का चुनावी मुद्दा विकास से सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की तरफ जाता दिखने लगा है। बीजेपी के ठंडे बक्से से निकलकर विनय कटियार जोश में राम मंदिर निर्माण की बात करने लगे हैं। योगी आदित्यनाथ की पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जोशीली सभाएं जमकर होने लगीं। ऐसा दिखने लगा कि जैसे भारतीय जनता पार्टी ने अपने भड़काऊ बयान देने वाले नेताओं को आगे कर दिया है। तो क्या सिर्फ भारतीय जनता पार्टी ही हिन्दू-हिन्दू चिल्लाती है? क्या भारतीय राजनीति के सांप्रदायिक बनाने का पूरा जिम्मा सिर्फ भारतीय जनता पार्टी पर ही जाता है?
यूपी में पहले चरण के लिए वेस्ट की 73 सीटों पर प्रचार थमा, मतदान 11 को
उत्तर प्रदेश विधानसभा के लिए प्रथम चरण में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 15 जिलों की 73 सीटों के लिए चुनाव प्रचार का शोर आज शाम समाप्त हो गया। इन सीटों के लिए 11 फरवरी को मतदान होना है और मुस्लिम बहुल इस इलाके में ही लगभग तीन साल पहले दंगों का दंश झेल चुके मुजफ्फरनगर और शामली जैसे इलाके शामिल हैं।
लखनऊ रैली में खूब गरजे PM, बोले- मैं कहता हूं कालाधन हटाओ, तो वो कहते हैं मोदी को हटाओ
सपा में मचे पारिवारिक घमासान के बीच और नोटबंदी के 50 दिन पूरे हो जाने के बाद सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लखनऊ के रमाबाई अंबेडकर मैदान में भाजपा की परिवर्तन महारैली को संबोधित किया। रैली में प्रधानमंत्री ने नोटबंदी का जिक्र छेड़ते हुए कहा कि मैं कहता हूं कि कालाधन हटाओ तो वो (सपा-बसपा-कांग्रेस) कहते हैं कि मोदी को हटाओ। अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कालाधन और भ्रष्टाचार का तड़का लगाकर यह जताने की पूरी कोशिश की कि सपा और बसपा के रहते उत्तर प्रदेश का विकास संभव नहीं है। इसके लिए परिवर्तन लाना होगा, कमल खिलाना होगा।
मथुरा रैली में बोले शाह-गुंडों की पार्टी को सत्ता से बाहर करे जनता
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने उप्र के चाचा-भतीजे की जोड़ी के खिलाफ खूब आग उबला। चाचा शिवपाल और भतीजा यानी प्रदेश के सीएम अखिलेश पर शाह ने अपने ही लोगों को लूटने का आरोप लगाया। साथ ही उन्होंने प्रदेश की जनता से गुंडों की पार्टी सपा और भ्रष्टाचार की पोषक बसपा को उखाड़ फेंकने का आह्वान किया।
अब जूते की जद में आए राहुल, कहा भाजपा-RSS की साजिश
सीतापुर में रोड शो के दौरान जूते का निशाना बनने से कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी साफ साफ बच गए। निशाना चूक कर जतिन प्रसाद को जा लगा। जूता फेंकने वाले को पुलिस ने पकड़ लिया है। उसने इसके लिए कांग्रेस के 60 साल के नाकाम राज को ठहराया है। वहीं छूटते ही राहुल ने इसे अपने विरोधियों यानी भाजपा-RSS की साजिश करार दिया।
...तो क्या BSP का होगा बेड़ा पार?
उत्तर प्रदेश चुनाव 2017 को लेकर सभी बड़ी पार्टियां अपने-अपने दावे और वायदे के साथ मैदान में हैं। चुनावों का ऐलान नहीं हुआ है लेकिन प्रचार-प्रसार का काम रफ्तार पकड़ चुका है। चुनाव पूर्व सर्वेक्षण भी आने लगे हैं। कोई सपा नीत सरकार पर, तो कोई यूपी के ट्रेंड के हिसाब से इस बार बसपा पर दांव लगा रहा है। पिछले दिनों आए सर्वेक्षण के मुताबिक हंग एसेम्बली के आसार प्रबल है। सब को ऐसा लगता है कि एक खास तबके या वर्ग पर उनकी लोकप्रियता बढ़ रही है। जोर-आजमाईश हर स्तर पर दिख रही है। जितनी बड़ी पार्टियां उतने बड़े हथकंडे अपनाए जा रहें हैं।
बिग सपा ड्रामा:अखिलेश के साथ खड़े दिखे रामगोपाल, कहा उन्हें हटाना चूक
समाजवादी पार्टी मुखिया मुलायम सिंह यादव के परिवार में बार-बार घटनाक्रम बदल रहा है। जहां शिवपाल और अखिलेश में आर-पार की लड़ाई सा माहौल दिख रहा है वहीं भतीजे अखिलेश यादव के समर्थन में डॉ रामगोपाल यादव आ गए हैं। उन्होंने माना है कि अखिलेश को अध्यक्ष पद से हटाने में चूक हुई है। फिलहाल वो परिवार की दूरियों को पाटने में एक पुल का काम कर रहें हैं।