सरकारी बैंकों को हुए घाटे से डूबी देश की 13 अरब डॉलर की पूंजी
वित्त वर्ष 2017-18 के दौरान 21 में से 19 सार्वजनिक बैंकों को घाटा हुआ है। बैंकों का औसत एनपीए 14.5 प्रतिशत तक बढ़ा है। रेटिंग एजेंसी फिच ने यह बात कही। फिच ने चेताया कि बड़े घाटे की वजह से बैंकों की व्यवहार्यता रेटिंग भी प्रभावित होगी। सरकारी बैंकों का घाटा बीते वित्त वर्ष में इतना ऊंचा रहा है कि इससे सरकार द्वारा उनमें डाली गई 13 अरब डॉलर की समूची पूंजी डूब गई।
21 सरकारी बैंकों के साथ एक साल में 25,775 करोड़ की धोखाधड़ी : RTI
सूचना के अधिकार (आरटीआई) के तहत प्राप्त जानकारी से खुलासा हुआ है कि बीते वित्तीय वर्ष में बैंकिंग धोखाधड़ी के अलग-अलग मामलों के कारण बैंकों को कुल मिलाकर लगभग 25,775 करोड़ रुपये का नुकसान झेलना पड़ा।