भागवत के बदले सुर, कहा बना रहेगा आरक्षण
बिहार चुनाव के दौरान आरक्षण की समीक्षा पर बयान देकर भाजपा की मुश्किलें बढ़ाने वाले संघ प्रमुख मोहन भागवत के सुर अब बदल गए हैं। भागवत ने कहा है कि जब तक सामाजिक भेदभाव है तब तक आरक्षण की व्यवस्था जारी रहेगी।
राम मंदिर का निर्माण मेरे जीते जी : सरसंघचालक
सरसंघचालक मोहन भागवत ने राम मंदिर निर्माण के बारे में अहम बयान में कहा है कि अयोध्या में राम मंदिर मेरे जीते जी ही बनेगा। कोलकाता में बुधवार रात एक कार्यक्रम में संघ प्रमुख ने कहा, 'अयोध्या में राम मंदिर के लिए सावधानी से योजना बनानी होगी। उम्मीद है कि राम मंदिर मेरी जिंदगी में ही बन जाएगा।'
सुशासन के लिए नीतिगत सुधार जरूरी : भागवत
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने गुरुवार को ऐसी सरकारी नीतियों की वकालत की जो समाज को एकजुट करे और सभी की तरक्की, खासकर कमजोर वर्ग की तरक्की के अवसर उपलब्ध कराए। उन्होंने कहा कि सुशासन और अर्थव्यवस्था को ध्यान में रखते हुए नीतिगत सुधार किए जाने चाहिए।
आरएसएस को देश को एकजुट करना चाहिए : भागवत
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने आज कहा कि समाज को एकजुट करने की जिम्मेदारी संगठन की है जबकि विश्व हिन्दू परिषद ने इस बात पर जोर दिया कि ‘घर वापसी’ के कार्यक्रम जारी रहेंगे।
भागवत के दिलो-दिमाग में छाए PM मोदी
हरिद्वार में साधुओं की एक सभा को संबोधित करते हुए सरसंघचालक मोहन भागवत ने मोदी की तुलना महाभारत के अभिमन्यु से की। हालांकि अभिमन्यु को कौरवों ने सातवें चक्रव्यूह में घेरकर मार दिया था, लेकिन मोहन भागवत ने कहा, 'हमारे अभिमन्यु चक्रव्यूह को पार करेंगे।
व्यापमं पर कानून अपना काम करेगा : भागवत
व्यापमं घोटाले में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के दो बड़े नेताओं नाम उछलने पर संघ की तरफ से प्रतिक्रिया आई है। संघ प्रमुख मोहन भागवत ने व्यापमं घोटाले पर कहा कि हमें किसी बात की चिंता नहीं है और इस मामले में कानून अपना काम करेगा।
आरएसएस कोई रिमोट कंट्रोल नहीं : भागवत
संघ प्रमुख मोहन भागवत का कहना है कि नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा नीत एनडीए की सरकार कुछ अच्छे बदलावों की शुरुआत की है। उन्होंने इस बात से इनकार किया कि आरएसएस ने केन्द्र में भाजपा के नेतृत्व वाली राजग सरकार के लिए रिमोट कंट्रोल की तरह कार्य किया है।
भागवत के नमो-नमो पर संघ की सफाई
सर संघचालक मोहन भागवत के मोदी पर की गई टिप्पणी पर आरआएसएस ने सफाई देते हुए स्पष्ट किया है कि भागवत की बातों को गलत अर्थ निकाला गया। अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस के हवाले से छपी खबर के अनुसार सर संघचालक ने स्वयंसेवकों से नमो-नमो करते रहने पर एतराज जताया था। ये भी लिखा गया कि मोहन भागवत ने कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया है, कि बीजेपी के लिए काम करते हुए वे मर्यादा रेखा को न पार करें और किसी खास व्यक्ति के लिए अभियान चलाने से बचें। संघ प्रतिनिधि राम माधव ने ट्वीट किया कि भागवत जी के भाषण के गलत मायने निकाले जा रहे हैं।