होश में आए तोगड़िया ने दिया विस्फोटक बयान; बोले- कोई है जो मेरा एनकाउंटर कराना चाहता है
विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया अजीबोगरीब घटनाक्रम के तहत सोमवार को अचानक लापता हुए फिर बेहोशी की हालत में पाए जाने के बाद अस्पताल में भर्ती हुए और फिर मंगलवार सुबह मीडिया के सामने प्रकट हुए जहां उन्होंने कहा मेरे एनकाउंटर की साजिश हो रही है।
पाटीदार नेता हार्दिक पटेल पर मोदी सरकार हुई मेहरबान, भागवत और डोभाल जैसी सुरक्षा लगाई
भाजपा से नाराज पटेल मतदाताओं को अपने पक्ष में करने के लिए केंद्र की मोदी सरकार ने अब दूसरा दांव चला है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, सरकार ने गुजरात के पाटीदार नेता हार्दिक पटेल को वाई श्रेणी की वीआइपी सुरक्षा मुहैया कराई है। इस तरह की सुरक्षा सरसंघचाल मोहन भागवत और एनएसए अजीत डोभाल को दी गई है।
सवाल देश बचाने का
बसपा सुप्रीमो मायावती ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान इवीएम के साथ किसी साजिश के तहत छेड़छाड़ करने का जो आरोप लगाया है वह वास्तव में गंभीर है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और कांग्रेस ने भी इस तरह की आशंका जताई है। अगर देश के सामने इस तरह की चुनौतियां मुंह बाए खड़ी हैं तो तमाम राजनीतिक दलों और व्यक्तियों को स्वार्थ से ऊपर उठकर देश बचाओ की एक सूत्री नीति को अपनाना होगा और उसके लिए प्रभावकारी रणनीति भी तैयार करनी होगी।
पाटीदार आंदोलन से हमें 44 गधे मिले: हार्दिक पटेल
इन दिनों गधे खूब सुर्खियां बटोर रहें हैं। भाषाई मर्यादाओं को ताक पर रखते हुए विपक्षियों पर प्रहार करने के लिए हमारे नेता इनका नाम खूब जप रहें हैं। तभी तो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के बाद अब पाटीदार अनामत आंदोलन समिति के नेता हार्दिक पटेल ने गधों के जरिए अपने समाज के कुछ लोगों को निशाने पर लिया है। उन्होंने भाजपा की शय पर काम करने वाले राज्य के 44 पाटीदार विधायकों को गधा कहा। ये युवा नेता यहीं नहीं रूका उसने उन नेताओं के डीएनए को भी दोषपूर्ण बताया।
गुजरात लौटे हार्दिक, 'दंगल-2' का शंखनाद कर मोदी पर बोला हमला
गृह राज्य से बाहर 6 महीने का समय बिताने के बाद पटेल आरक्षण आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल मंगलवार को गुजरात लौटे और साबरकांठा जिले के हिम्मतनगर में आयोजित रैली में अप्रत्यक्ष तौर पर सत्तारूढ़ भाजपा का हवाला देते हुए राज्य में व्याप्त तानाशाही के खिलाफ पटेलों से एकजुट होकर आंदोलन का दूसरा चरण शुरू करने का आह्वान किया।
हार्दिक से निपटने के लिए भाजपा ने चली ये चाल!
हार्दिक पटेल 6 महीने बाद अपने गृहराज्य पहुंचे हैं। उन्हें गुजरात हाईकोर्ट के आदेश पर राज्य निकाला मिला था। इस दौरान भी पाटीदारों का यह युवा नेता सुर्खियां बटोरता रहा। अब वापिस आया है तो सियासी हलकों में हलचल मची है। भाजपा का राज है और वो पाटीदारों को लेकर कोई जोखिम उठाने के मूड में नहीं है। तभी उसने हार्दिक के मुकाबले रुत्विज पटेल के तौर पर नया दांव खेला है। पार्टी ने पाटीदार समुदाय के ही युवा चेहरे को मैदान में उतारा है। उसे भारतीय जनता युवा मोर्चा का अध्यक्ष बनाया है।
'महारानी' के राज में हार्दिक की गिरफ्तारी से हैरान हुए केजरीवाल
हार्दिक पटेल की गिरफ्तारी नहीं हुई है उनकी जान को खतरा था जिसके मद्देनजर पुलिस उनके साथ थी- ये कहना है जयपुर पुलिस का । जिस पर आरोप है कि उसने इस युवा पाटीदार नेता को बेवजह गिरफ्तार किया था। इस पूरे वाकये को हार्दिक ने खुद एक ट्विट के जरिए बयान किया था। पाटीदारों के इस बड़े नेता के ट्विट के बाद आम आदमी पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भी ट्विट कर इस पर हैरानी जताई थी।
हार्दिक का उनके 'लीडर ऑफ 2019' ने स्वीकार किया न्योता
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुजरात के युवा पाटीदार नेता हार्दिक पटेल के न्योते को कबूल कर लिया है। खबर है कि 28 जनवरी 2017 में वो सौराष्ट्र में एक रैली को संबोधित करेंगे। सीएम से प्रभावित हार्दिक पटेल ने कहा कि नीतीश उनके लिए 'लीडर ऑफ 2019' यानी 2019 के महानायक हैं।
गुजराती कारोबारी के पीछे 'जनरल डायर' कौन?
गुजरात के कारोबारी महेश शाह ने 13,860 करोड़ रुपये की जिस अघोषित आय का खुलासा किया है, बताया जाता है कि उस संपत्ति के पीछे गुजरात के रसूखदार नेता, नौकरशाह और कारोबारी टाइप के लोग हैं। आयकर विभाग का इस केस में जो रवैया है उससे लगता है कि मामले को दबा दिया जाएगा। लेकिन हार्दिक पटेल और अरविंद केजरीवाल इस केस की आड़ में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह का नाम लेने से परहेज नहीं कर रहे हैं।
'भाजपा मुक्त गुजरात' की अरविन्द केजरीवाल ने ठानी जिद
गुजरात भाजपा का मॉडल स्टेट है। 1994 से यहां भाजपा का राज है। दिल्ली में ऐतिहासिक जीत के बाद आप नेता अरविंद केजरीवाल ने 22 साल से लगातार शासन कर रही भाजपा को सत्ता से बेदखल करने के लिए हुंकार भरी है। केजरीवाल के बारे में ऐसा माना जाता है कि अगर वह कोई जिद ठानते हैं तो उसे किसी भी कीमत पर हासिल करते हैं। तो क्या गुजरात से भाजपा को बेदखल करने की केजरी की जिद पूरी होगी?