दो दिवसीय किसान मुक्ति मार्च का समापन तमाम राजनीतिक दलों के भाषण से हुआ। देश की कुल 21 दलों के नेताओं ने किसानों के इस मंच पर आकर उन्हें समर्थन दिया और मोदी सरकार को चुनौती दी कि अगर वे किसानों का कर्ज माफ नहीं करेंगे तो जनता उन्हें हरा देगी।
देश के अलग-अलग हिस्सों से चलकर अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति (AIKSCC) के बैनर तले गुरुवार को राजधानी दिल्ली पहुंचे अन्नदाताओं ने शुक्रवार को संसद मार्ग तक किसान मुक्ति मार्च किया और नारे लगाए- हमें अयोध्या नहीं, कर्ज माफी चाहिए।