बिहार स्थित मुजफ्फरपुर बालिका गृह की भयावह स्थिति पहली बार अप्रैल 2018 में टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस (टीआईएसएस) की एक रिपोर्ट में उजागर हुआ था, लेकिन नीतीश सरकार ने महीनों-महीनों इस पर कोई कार्रवाई नहीं की। रोंगटे खड़े कर देने वाली इस भयानक स्थिति पर सुशासन बाबू यानी नीतीश कुमार की चुप्पी कुछ बड़े सवाल खड़े करती है। आखिर इतने दिनों तक टिस की इस रिपोर्ट पर कोई कार्रवाई क्यों नही हुई?