देश के आठ प्रमुख भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (आईआईटी) में दाखिला पाने वाले करीब 66,000 छात्र शिक्षकों के अभाव से जूझ रहे हैं। सूचना का अधिकार (आरटीआई) के तहत इस तथ्य का खुलासा हुआ है कि देश के इन शीर्ष इंजीनियरिंग संस्थानों में औसतन शिक्षकों के लगभग 36 प्रतिशत स्वीकृत पद खाली पड़े हैं।