संघ का अविश्वास
हाल ही में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की ओर से दो ऐसे बयान आए हैं जो देश के संविधान के प्रति उसके अविश्वास को दर्शाते हैं । सरसंघचालक मोहन भागवत ने डंके की चोट पर कह डाला है कि उन्हें देश की न्याय व्यवस्था पर विश्वास नहीं है। उन्होंने सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर उंगली उठाई है तो एक बार फिर राम मंदिर के जरिए हमारे संविधान को चुनौती देने का काम किया है। उन्होंने कहा है कि राम मंदिर पर अलग कानून बनाने की जरूरत है। संघ प्रमुख मोहन भागवत ने राम मंदिर को लेकर कहा कि राम मंदिर का बनना गौरव की दृष्टि से आवश्यक है, मंदिर बनने से देश में सद्भावना व एकात्मता का वातावरण बनेगा। तो क्या संघ प्रमुख के इस बयान को सरकार और कोर्ट पर दबाव बनाने की राजनीति ना करार दिया जाए?
जानिए क्यों, इमरान के बाद PTI की मोमिना के हैं सब मुरीद!
पाकिस्तान में जल्द ही नए वज़ीर-ए-आज़म की ताजपोशी हो जाएगी। पाक तहरीक-ए-इंसाफ के अध्यक्ष इमरान खान राजनीति के माहिर खिलाड़ी बन गए हैं। पहले जहां बतौर क्रिकेटर उनके स्टाइल की चर्चा होती थी वहीं अब भी उनके ट्रेंड से युवा काफी मुत्तासिर हैं। लेकिन इन दिनों टफ एंड स्टाइलिश इमरान के साथ ही उनकी पार्टी की मोमिना बासित की चर्चा आम है।
लालू के करीबी राजद पार्षद की गोली मार कर हत्या
बिहार में कानून व्यवस्था की धज्जियां अकसर उड़ती रहती हैं । असमाजिक तत्व कानून को लेकर कितने बेपरवाह हैं इसकी बानगी गुरुवार सुबह देखने को मिली जब राष्ट्रीय जनता दल अध्यक्ष लालू यादव के करीबी पार्षद केदार राय की दानापुर में गोली मारकर हत्या कर दी गई है।