भारतीय संसद ने नागरिकता (संशोधन) बिल 2019 को संख्या बल के आधार पर पारित कर दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विधेयक को भारत के लिए ऐतिहासिक बताया वहीं सोनिया गांधी ने इसे भारत के संवैधानिक इतिहास का ‘काला दिन' करार दिया।
शशि थरूर ने कहा है कि नागरिकता संशोधन विधेयक के पारित होने का मतलब महात्मा गांधी के विचारों पर मोहम्मद अली जिन्ना के विचारों की जीत होगी। धर्म के आधार पर नागरिकता देने से भारत 'पाकिस्तान का हिंदुत्व संस्करण' बन जाएगा।