इन सहकारी बैंकों में नोटबंदी के बाद जमा हुईं थी सबसे अधिक रकम
8 नवंबर 2016 को नोटबंदी की घोषणा के बाद देश के 10 जिला केंद्रीय सहकारी बैंकों (डीसीसीबी) में सबसे अधिक प्रतिबंधित नोट जमा हुए थे, उनके शीर्ष पदों पर बड़े राजनीतिक दलों के नेता हैं. इन दलों में भाजपा, कांग्रेस, शिवसेना और एनसीपी शामिल हैं।
एनपीए पर फिर बिफरे PM मोदी, बोले- अर्थव्यवस्था को लैंड माइन्स पर बिठाकर गई थी कांग्रेस
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर एनपीए की समस्या के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि 'नामदारों' ने फोन बैंकिंग के जरिए महज छह साल में लाखों करोड़ रुपये कुछ बड़े लोगों को बांट दिए। यूपीए सरकार देश की अर्थव्यवस्था को लैंड माइन्स पर बिठाकर चली गई।
...और जब जवाब देने की होड़ में भिड़ गए दो सांसद!
अमूमन संसद के अंदर सांसदों को आपस में बहस करते देखा जाता है। इन दिनों टीवी स्टूडियो में भी ये नजारा आम है। ऐसा ही एक सीन लोकतंत्र के मंदिर में दिखा जब NRC असम को लेकर सत्ता पक्ष के सांसद और केन्द्रीय मंत्री अश्विनी चौबे और कांग्रेस सांसद प्रदीप भट्टाचार्य आपस में भिड़ गए। दोनों ही अपनी बात को जोरदार तरीके से रखने का प्रयत्न करते दिखे।
CWC ने गठबंधन के लिए राहुल को किया अधिकृत, 2019 के चुनाव में होंगे कांग्रेस का चेहरा
यह स्पष्ट हो चुका है कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ही विभिन्न दलों से गठबंधन को लेकर फैसला करेंगे। कांग्रेस की नवगठित कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) ने आगामी लोकसभा चुनाव में व्यापक गठबंधन पर फैसला करने के लिए पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी को अधिकृत किया है। साथ ही पार्टी ने कहा है कि चुनाव से पहले और बाद में राहुल गांधी ही ‘स्वाभाविक रूप’ से उसका चेहरा होंगे।
अविश्वास प्रस्ताव पर गुणा भाग कर चुकी है भाजपा
कांग्रेस के युवा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने धमक के साथ लोकसभा में वर्तमान सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव रखा लेकिन स्पीकर सुमित्रा महाजन ने स्वीकार नहीं किया। इसके बाद ऐसा ही प्रस्ताव आन्ध्र प्रदेश को विशेष दर्जा दिलाने के नाम पर टीडीपी लाई तो स्वीकार कर लिया गया। शुक्रवार को इस पर चर्चा और फिर शाम को वोटिंग होगी। लगभग 15 साल के अंतराल के बाद सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पटल पर रखा गया है। अब तक जो भारतीय जनता पार्टी इस प्रस्ताव को लेकर बेहद अनमनी सी दिख रही थी वही अब विपक्ष के हर वार का जवाब देने को तत्पर दिख रही है।
सर्जिकल स्ट्राइक पर कांग्रेस बोली- हमारी सेना के खून का राजनीतिक इस्तेमाल ना करे सरकार, भाजपा का पलटवार
सितम्बर 2016 में सेना के पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक का वीडियो सामने आने के बाद राजनीतिक बयानबाजी का दौर शुरु हो गया है। कांग्रेस ने जहां भाजपा पर सेना के खून का इस्तेमाल सस्ती राजनीतिक लोकप्रियता पाने के लिए प्रयोग करने का आरोप लगाया है वहीं भाजपा की ओर से रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस की नीयत को कटघरे में खड़ा किया है।
कश्मीर के लोग आजादी तो चाहते हैं लेकिन पाकिस्तान में अपना विलय नहीं : सैफुद्दीन सोज
जम्मू-कश्मीर को लेकर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद के विवादित बयान पर बवाल अभी थमा भी नहीं था कि पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता सैफुद्दीन सोज ने जम्मू-कश्मीर की आजादी की बात कर विवाद को और तूल दे दिया है। भाजपा और शिवसेना ने सोज के बयान को लेकर कांग्रेस पर जोरदार हमला किया है।
नहीं चला लिंगायत दांव
कांग्रेस एक और राज्य में हार गई। भारतीय जनता पार्टी ने फिर साबित कर दिया कि आज की तारीख में वो राजनीतिक कौशल में कांग्रेस से काफी आगे है। कर्नाटक में सत्ताधारी पार्टी ने हर वो पैंतरा आजमाया जो उसे बीस साबित करे लेकिन आखिरकार नतीजा भाजपा के पक्ष में गया। सवाल उठ रहें हैं कि आखिर कांग्रेस से चूक कहां हो गई? जवाब कई हैं। सिद्धारमैया ने ऐन मौके पर लिंगायत नाम का दांव चला। विश्लेषक भी मानते रहे कि ये अचूक अस्त्र है जिससे कांग्रेस को फायदा दिलाएगा। लेकिन नतीजों ने उस सोच को भोथरा कर दिया। दरअसल, लिंगायत के चक्कर में कांग्रेस ने अपना पारम्परिक वोटर भी खो दिया। वो जो वोकालिंगा समाज से आता था, जो दलित था और जो मुस्लमान था।
डालमिया ग्रुप का हुआ लाल किला! कांग्रेस और TMC ने पूछा- क्या यही है अच्छे दिन?
दिल्ली के लाल किले को 77 साल पुरानी डालमिया भारत ग्रुप ने 5 साल के लिए 25 करोड़ देकर गोद लिया है। इसकी देखरेख की जिम्मेदारी अब उसकी होगी। अपनी धरोहर अपनी पहचान प्रोजेक्ट ( एडॉप्ट ए हेरिटेज) के तहत लाल किला ऐसी पहली ऐतिहासिक इमारत बन गई है जिसे गोद लिया गया है।
CJI के खिलाफ महाभियोग के लिए राजी हुए 7 दल, जेटली ने कहा- बदले की याचिका
देश के मुख्य न्यायाधीश के खिलाफ कांग्रेस समेत सात पार्टियों के सांसदों ने महाभियोग प्रस्ताव पर हस्ताक्षर कर इसे उपराष्ट्रपति को सौंप दिया है। एक तरफ जहां सुप्रीम कोर्ट ने इसके हो-हल्ले पर नाराजगी जताई है वहीं अब इस मसले पर सियासत गरमाने लगी है। कांग्रेस और विपक्ष के ऐसे कई बड़े नेता हैं जिन्होंने इस प्रस्ताव में कोई रुचि नहीं दिखाई है।