साजिश? हां, यह साजिश ही तो है
अर्थव्यवस्था के विकास का अर्थशास्त्र बताता है कि इसका फल वर्गों में मिलता है। मसलन विकास का 80 फ़ीसदी धन देश के एक फ़ीसदी लोगों के पास संग्रहित हो जाता है। परिणामस्वरूप हर महीने 30-40 अरबपति उत्पन्न हो जाते हैं। साथ ही जो पहले से अमीर हैं वे और अमीर हो जाते हैं। दूसरी ओर विकास का 20 फीसदी धन देश के 80 फीसदी में बंटता है। इनमें भी किसी को मिलता है किसी को नहीं मिलता है। इससे जो गरीब हैं वह और गरीब हो जाते हैं।
बड़ा खुलासा : शी जिनपिंग के 'तख्तापलट' की रची गई थी साजिश
चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के कई वरिष्ठ सदस्यों ने राष्ट्रपति शी जिनपिंग के तख्तापलट की साजिश रची थी। चीन के एक शीर्ष अधिकारी का यह दावा है पार्टी की एकजुट छवि के विपरीत है। जिनपिंग द्वारा भ्रष्टाचार पर की गई कार्रवाई में कई पार्टी सदस्यों को गिरफ्तार किया गया और जेल भेजा गया। इसके बाद ही उनके खिलाफ यह साजिश रची गई थी।
जिस घर को बनाया उसी से मुझे बेघर करने की हो रही है कोशिश : शरद यादव
जेडीयू में मचे घमासान के बीच पार्टी अध्यक्ष नीतीश कुमार से नाराज और बागी तेवर अपना चुके राज्यसभा सांसद शरद यादव ने कहा है कि जिस घर को उन्होंने बनाया था, आज उसी घर के लोग कह रहे हैं कि यह घर उनका नहीं है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि उनको बेघर करने की कोशिश की जा रही है।