PM मानें कि नोटबंदी थी एक बड़ी गलती, हमारे लोकतंत्र का ब्लैक डे है 8 नवंबर : मनमोहन सिंह
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने नोटबंदी को देश की अर्थव्यवस्था का एक काला अध्याय बताया है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से कहा है कि उन्हें मान लेना चाहिए कि नोटबंदी एक भारी गलती थी। सोमवार को दिल्ली में केन्द्र पर बरसने के बाद अहमदाबाद में मनमोहन व्यवसायियों के बीच केन्द्र की नीतियों पर हमला करने से नहीं चूके।
चिदम्बरम ने केन्द्र के विकास के दावे का उड़ाया मखौल, बोले- विकास गांडो थयो छे
र्व केन्द्रीय मंत्री पी चिदम्बरम ने वर्तमान सरकार द्वारा जारी विमुद्रीकरण को देश को बर्बाद करने वाला बताया है। उन्होंने डिमोनेटाएजेशन की नीति पर तंज कसा। कहा है कि सरकार के इस एक कदम से विकास गांडो थयो छे। यहां चिदम्बरम एक निजी समारोह में उद्योगपतियों और कारोबारियों को संबोधित कर रहे थे।
मर्सेल के बहाने राहुल ने प्रधानमंत्री मोदी को जीएसटी पर घेरा
तमिल फिल्म 'मर्सेल' में 'डिजिटल इंडिया' और 'जीएसटी' को लेकर किए गए कटाक्ष पर राजनीति गरमा गई है। इन मुद्दों को लेकर भाजपा ने फिल्म का विरोध किया तो कांग्रेस ने भी पलटवार करने में देरी नहीं की। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने इसी बहाने पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह तमिल अस्मिता को चोट न पहुंचाएं।
प्रधानमंत्री जी! हिम्मत नहीं, विमर्श अहम है
सुब्रमण्यम स्वामी, मोहन भागवत, यशवंत सिन्हा, अरुण शौरी ये सब कुछ ऐसे नामी गिरामी शख्सियतें हैं जिन्होंने प्रधानमंत्री को अर्थव्यवस्था की बिगड़ी डगर के बारे में आगाह करने का जोखिम उठाया, लेकिन पीएम ने पलट कर इन्हें नसीहत दे डाली और ऐसे लोगों को निराशावादी करार दे दिया। हिम्मत सिर्फ हमने दिखाई कह कर चुप कराने का जिगर दिखा डाला। लेकिन क्या ऐसा कह मोदी गांधारी बनने की कोशिश नहीं कर रहे?
देश में निराशा फैलाने वाले लोगों पर PM का बड़ा हमला, बोले- देशहित साध रहे या किसी और का हित
भारतीय अर्थव्यवस्था पर टिप्पणी करने वाले लोगों पर हमला बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कुछ लोगों को तरक्की नहीं दिखती। ऐसे लोग 'शल्य प्रवृत्ति' से पीड़ित हैं जो केवल निगेटिव खबरें फैलाकर देश में निराशा का माहौल पैदा कर रहे हैं। ऐसे लोगों के लिए एक क्वार्टर की ग्रोथ कम होना, लगता है सबसे बड़ा हथियार मिल गया है। ऐसे लोग देशहित साध रहे हैं या किसी और का हित ये पता नहीं चल पा रहा है।
अब शौरी ने विकास की गति और सरकार पर किया वार, बोले- सरकार सच सुनने को नहीं तैयार
एनडीए सरकार की आर्थिक नीतियों पर भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता लगातार सवाल खड़े कर रहें हैं। यशवंत सिन्हा की चुप्पी टूटने के बाद अरुण शौरी ने मोदी सरकार द्वारा अर्थव्यवस्था को लेकर अपनाये जा रहे रुख पर सवाल खड़े किए हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण शौरी ने मोदी सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा है कि सरकार को फिलहाल ढाई लोग चला रहे हैं और जो कदम उठाये जा रहें हैं वो आत्महत्या के समान है।
मोदी सरकार के विरोध में यशवंत सिन्हा ने लिखा लेख, कहा- अब मैं चुप नहीं रह सकता
लगातार गिरती जीडीपी और चरमरा रही भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर भाजपा के कद्दावर नेता और अटल सरकार में वित्त मंत्री रहे यशवंत सिन्हा ने अरुण जेटली पर निशाना साधा है। यशवंत सिन्हा ने नोटबंदी को भी आड़े हाथों लिया और कहा कि नोटबंदी के बाद जीएसटी ने गिरती जीडीपी में आग में तेल डालने की तरह काम किया है।
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने गिनाए नोटबंदी के तीन फायदे
केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि नोटबंदी की सफलता का वास्तविक पैमाना डिजिटल लेनदेन की मात्रा में बढ़ोतरी, कर दायरे का बढ़ना और उच्च मूल्य के नोटों के परिचालन में कमी लाना है। जेटली ने कहा, कुछ जमात में समझ की कमी है और वह नोटबंदी की सफलता सिर्फ इससे मापते हैं कि कितना नोट बैंकों में पहुंचा।
रघुराम राजन ने मोदी सरकार की नीतियों पर उठाए कई सवाल
भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन अपनी किताब 'आइ डू, वॉट यू डू' की लांचिंग के लिए आजकल भारत के दौरे पर हैं। भारत के तीन शहरों में आयोजित अलग-अलग लांचिंग समारोह के दौरान रघुराम राजन ने लगातार कई चैनलों-अखबारों से बातचीत की है और देश की अर्थव्यवस्था को लेकर अपनी बेबाक राय रखी है।
किसानों की आत्महत्या और नोटबंदी पर राहुल ने PM मोदी को घेरा
राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सत्ता में बने रहने के लिए समाज को बांटने में लगे हुए हैं। नोटबंदी को पूरी तरह से फ्लॉप करार देते हुए राहुल ने कहा कि पूरा देश जान रहा है कि इससे भारत के चोरों का कालाधन सफेद हुआ है। राहुल ने कहा कि मोदी की अगुवाई वाली भाजपा सरकार में किसानों की आत्महत्याएं बढ़ी हैं।