हरियाणा के पांच नगर निगमों में भाजपा के मेयर प्रत्याशी विजयी रहे हैं। इन पांचों शहरों में कांग्रेस के अलग-अलग नेताओं के समर्थित निर्दलीय प्रत्याशियों ने उन्हें सीधी टक्कर दी है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि यदि कांग्रेस पंजे के सिंबल पर लड़ती तो परिणाम कुछ और होते।