पत्रकार जेडे हत्याकांड: छोटा राजन समेत नौ दोषी करार, जिग्ना वोरा और जोसेफ पाल्सन रिहा
मकोका की विशेष अदालत ने मिड-डे के पत्रकार ज्योतिर्मय डे की हत्या मामले में करीब सात साल बाद बुधवार को अपना फैसला सुनाया। कोर्ट ने अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन समेत नौ को दोषी करार दिया है और पत्रकार जिग्ना वोरा और जोसेफ पाल्सन को रिहा कर दिया है। इस मामले में दायर चार्जशीट में पुलिस ने 34 लोगों की गवाही दर्ज की थी।
गौरी लंकेश की हत्या किसने की?
एक आजाद विचार, आजाद सोच और कट्टर हिंदुत्व के खिलाफ मुहिम छेड़ने वाली महिला पत्रकार गौरी लंकेश की मंगलवार रात को कुछ समाज विरोधी ताकतों ने बेंगलुरु में हत्या कर दी। इस हत्याकांड के विरोध में दिल्ली स्थित प्रेस क्लब ऑफ इंडिया के परिसर में बुधवार को पत्रकारों ने अपनी आवाज बुलंद की। विरोध सभा में एनडीटीवी इंडिया के पत्रकार रवीश कुमार ने भी अपनी बात रखी।
पत्रकार गौरी लंकेश की आखिरी हेडलाइन
पत्रकारिता जगत की एक बुलंद आवाज गौरी लंकेश को कुछ समाज विरोधी तत्वों ने हमेशा-हमेशा के लिए खामोश कर दिया गया है। 16 पन्नों की उनकी पत्रिका 'गौरी लंकेश पत्रिके' हर हफ्ते निकलती है। लेकिन 13 सितंबर का अंक इसका आख़िरी अंक साबित हुआ। गौरी कन्नड़ भाषा में लिखती थीं। कुछ काबिल पत्रकारों ने उनके आखिरी संपादकीय का हिन्दी में अनुवाद किया है ताकि देश को पता चल सके कि आखिर गौरी ने ऐसा क्या लिखा कि उसे जान गंवानी पड़ी।