जोशी का टिकट कटा, मेनका- वरुण की सीटें आपस में बदलीं
भारतीय जनता पार्टी में आडवाणी के बाद मार्गदर्शक मण्डल के एक और सदस्य मुरली मनोहर जोशी का टिकट भी काट दिया गया है है। कानपुर से जोशी की जगह एक दूसरे ब्राह्मण चेहरे और उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री सत्यदेव पचौरी को उम्मीदवार घोषित कर दिया गया है। 2014 में जोशी ने वाराणसी सीट नरेंद्र मोदी के लिए खाली की थी और कानपुर से जीते थे।
राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी पर इतनी माथापच्ची क्यों?
अगले महीने होने वाले राष्ट्रपति चुनाव को लेकर सियासत तेज हो गई है। एक तरफ सत्ताधारी पार्टी भाजपा और दूसरी तरफ कांग्रेस के नेतृत्व में तमाम विपक्षी पार्टियां देश का अगला राष्ट्रपति कौन हो इसको लेकर माथापच्ची कर रहे हैं। राजनीति कहती है कि जब आपके पास विकल्प हो तो इतनी माथापच्ची नहीं करनी चाहिए। लेकिन नरेंद्र मोदी और अमित शाह की दिक्कत यह है कि जो विकल्प मौजूद हैं शायद वह उनके मनमाफिक नहीं। सियासी पंडितों का मानना है कि भाजपा के वरिष्ठ नेता और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राजनीतिक गुरु लाल कृष्ण आडवाणी राष्ट्रपति पद के लिए सबसे सशक्त विकल्प हो सकते हैं। शायद विपक्ष की तरफ से भी आडवाणी के नाम पर सहमति बन जाएगी। दूसरे विकल्प के तौर पर वर्तमान राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के कार्यकाल को भी आगे बढ़ा जा सकता है।
कूड़े में फेंक दी गई राष्ट्रपति पद के लिए आडवाणी की दावेदारी!
राष्ट्रपति चुनाव को लेकर तेज होती सियासत के बीच शनिवार को भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को राष्ट्रपति पद के लिए सबसे उपयुक्त उम्मीदवार बताते हुए भाजपा मुख्यालय के बाहर गेट पर बड़े-बड़े पोस्टर चिपकाए गए थे। हालांकि अगले ही दिन पार्टी मुख्यालय के लोगों ने इसे उखाड़कर कूड़े में फेंकवा दिया।
लालकृष्ण आडवाणी फिर से लोकसभा आचार समिति के अध्यक्ष बने
भाजपा के वयोवृद्ध नेता लालकृष्ण आडवाणी को लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने संसद के निचले सदन की आचार समिति का फिर अध्यक्ष मनोनीत किया है। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होने के बाद भाजपा सदस्य अर्जुन राम मेघवाल को इस समिति से हटा दिया गया है। समाजवादी पार्टी (सपा) के सदस्य अक्षय यादव इस समिति के नए सदस्य हैं।