संसद का शीतकालीन सत्र 18 नवम्बर से, बदले समीकरण के बीच विपक्ष में बैठेगी शिवसेना
संसद का शीतकालीन सत्र 18 नवंबर से शुरू होकर 13 दिसंबर तक चलेगा। खास बात ये है कि अब तक एनडीए के अहम घटक के तौर पर संसदीय कार्यवाही में शामिल होती रही शिवसेना विपक्ष में बैठेगी। ये समीकरण हाल ही में महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पद को लेकर दोनों पार्टियों के मध्य हुई रस्साकशी से बदला है।
विपक्षी दलों के विरोध और वॉकआउट के बीच आरटीआई संशोधन विधेयक को संसद ने दी मंज़ूरी
संसद के उच्च सदन ने सूचना का अधिकार (आरटीआई) कानून में संशोधन संबंधी एक विधेयक को ध्वनि मत से पारित कर दिया. लोकसभा में यह पहले ही पारित हो चुका था। इसके विरोध में विपक्षी दलों के सदस्यों ने वॉकआउट की घोषणा की।
लोकसभा चुनाव परिणाम 2019 : जानिए! कौन जीता, कौन हारा
जनादेश 2019 भाजपा के लिए 2014 से भी बड़ी व ऐतिहासिक जीत है और कांग्रेस की बड़ी हार। इस तरह 35 साल में भाजपा लगातार दूसरी बार अपने दम पर स्पष्ट बहुमत से कहीं ज्यादा संख्याबल के साथ सरकार बनाने वाली पार्टी बनी है।
नेता-न्यूजएक्स एक्जिट पोल में एनडीए को 242 और यूपीए को 164 सीटें
भारतीय जनता पार्टी नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग या एनडीए) लोकसभा चुनाव में 242 सीटें जीत सकता है, जो बहुमत से 30 कम है। नेता-न्यूजएक्स द्वारा किए गए एक्जिट पोल की मानें तो संप्रग या यूपीए 164 सीटें जीत सकता है। जबकि बसपा-सपा-रालोद महागठबंधन 43 सीटें जीत सकता है।
उपेंद्र कुशवाहा ने एनडीए से तोड़ा नाता, PM मोदी को लिखी चिट्ठी में कहा- आपने मेरे साथ छल किया
राष्ट्रीय लोक समता पार्टी नेता उपेंद्र कुशवाहा ने भाजपा की अगुवाई वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) से नाता तोड़ मोदी सरकार में मंत्री पद से भी इस्तीफा दे दिया। मालूम हो कि लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बिहार में सीट बंटवारे पर कुशवाहा काफी वक्त से भाजपा आलाकमान से नाराज चल रहे थे।
एनडीए के ही कुछ लोग नरेंद्र मोदी को दोबारा PM बनते नहीं देखना चाहते : उपेंद्र कुशवाहा
राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (आरएलएसपी) के अध्यक्ष और केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने कहा है, एनडीए में ही कुछ लोग ऐसे हैं जो नरेंद्र मोदी को दोबारा प्रधानमंत्री बनते नहीं देखना चाहते। यही लोग एनडीए में टकराव की अफवाहें फैला रहे हैं।
'एक राष्ट्र एक चुनाव' के विरोध में विपक्ष ही नहीं NDA के घटक भी
एक राष्ट्र एक चुनाव (one nation one election) को लेकर भले ही प्रधानमंत्री और भारतीय जनता पार्टी सरकार उत्साहित हो लेकिन विपक्षी पार्टियों की ही तरह खुद एनडीए के घटक दल इसका विरोध करने लगे हैं। इनमें सबसे पहला नाम गोवा फॉरवर्ड ब्लॉक का है।
मोदी सरकार के 4 साल : 15 राज्यों के उपचुनावों में एक भी नई लोकसभा सीट नहीं जीत पाया एनडीए
मोदी सरकार के चार साल के कार्यकाल में 15 राज्यों में लोकसभा की 27 सीटों पर उपचुनाव हुए हैं। इन 27 में से 16 सीटों पर राजग का कब्जा था लेकिन उपचुनावों के बाद इसमें से 9 सीटों पर भाजपा और उनके सहयोगी दलों को हार मिली है, जबकि सात सीट बचाए रखने में वो कामयाब रहे हैं।
एनडीए से TDP का रिश्ता खत्म, वाईएसआर और टीडीपी लोकसभा में लाएगी अविश्वास प्रस्ताव
आन्ध्र प्रदेश को विशेष दर्जा दिए जाने की मांग को लेकर अड़ी तेलुगूदेशम पार्टी ने आखिरकार एनडीए से अपना नाता तोड़ ही लिया। इसके साथ ही अब अगली रणनीति के तहत तेलुगूदेशम पार्टी ने वाईएसआर कांग्रेस दोनों ही एनडीए सरकार के खिलाफ लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव लाएंगे।
बोफोर्स के मुकाबले कांग्रेस ने छेड़ा रफेल राग!
एक बार फिर देश की दो बड़ी राष्ट्रीय पार्टीयां आमने सामने हैं। सियासी दाव दूसरे की चाल को देखकर चला जा रहा है। हाल ही में खबर आई की सीबीआई बोफोर्स मामले को नए सिरे से कोर्ट में उठाएगी। अब तोते का पिंजरा नाम से विख्यात स्वतंत्र संस्थान जब ऐसा करे तो परदे के पीछे कौन हैंडल कर रहा है ये यूपीए के दौर में भी सब जानते थे और एनडीए के दौर में भी सबको भान है। बोफोर्स को लेकर चर्चा चल ही रही थी कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राग रफेल छेड़ दिया। संसद के बाहर पत्रकारों से औऱ फिर अपने ट्विटर हैंडल से कटाक्ष कर दिया।