साझी विरासत सम्मेलन में बोले शरद - जनता जब खड़ी होती है तो उसे कोई हिटलर नहीं जीत सकता
जनता दल (यू) के बागी नेता शरद यादव ने भाजपा और मोदी सरकार पर बड़ा हमला करते हुए आज कहा कि जनता जब खड़ी हो जाती है तो कोई हिटलर उसे नहीं जीत सकता है। दिल्ली के कॉन्स्टीट्यूशन क्लब में 'साझी विरासत बचाओ सम्मेलन' को संबोधित करते हुए शरद यादव ने कहा कि लोगों को ये आशंका थी कि कहीं मैं भी बाकी लोगों की तरह खिसक न जाऊं और मंत्री से संतरी न बन जाऊं।
शरद यादव का दावा- 17 विपक्षी पार्टियां मिलकर बचायेंगी सांझी विरासत
जदयू के बागी वरिष्ठ सांसद बिहार की नीतीश सरकार के साथियों को सबक सीखाने का मन बना चुके हैं। शरद तीन दिनों के तूफानी बिहार दौरे के बाद काफी आक्रामक और आत्मविश्वास से लबरेज हैं। अपने इसी विश्वास को मुकाम देने के लिए वो 17 अगस्त को 17 पार्टियों के साथ मिलकर सांझी विरासत बचाओ मुहिम को अमली जामा पहनायेंगे। इसे उनकी अपनी राजनीतिक जमीन तलाशने की कोशिश भी मानी जा रही है।
शरद खेमे का दावा; असली जेडीयू के नेता शरद यादव ही हैं, नीतीश नहीं
वरिष्ठ जेडीयू नेता शरद यादव ने अपने धड़े को 'असली' जनता दल यूनाईटेड पार्टी बताया है। उनका दावा है कि कई राज्य इकाइयां उनके साथ हैं और पार्टी अध्यक्ष नीतीश कुमार को केवल बिहार इकाई का समर्थन हासिल है। शरद यादव के सहयोगी अरुण श्रीवास्तव ने कहा कि पूर्व पार्टी अध्यक्ष के धड़े को 14 राज्य इकाइयों के अध्यक्षों का समर्थन हासिल है।
शरद यादव पर नीतीश का पहला चाबुक, राज्यसभा में पार्टी नेता पद से हटाया
बागी जदयू नेता शरद यादव पर आखिरकार नीतीश का पहला चाबुक पड़ ही गया। पार्टी ने उन्हें राज्यसभा में पार्टी के नेता पद से हटा दिया है। इस बारे में पार्टी की तरफ से उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू को पत्र सौंप दिया गया है। जदयू ने यादव की जगह आरसीपी सिंह को राज्यसभा में अपना नेता चुना है। इस फैसले के नतीजे से पार्टी का दो खेमे में बंटना तय माना जा रहा है। इससे पहले शुक्रवार को ही पार्टी के एक और कद्दावर नेता अली अनवर को भी निलंबित किया जा चुका है।
जेडीयू में घमासान : अरुण श्रीवास्तव के बाद अब अली अनवर नपे, शरद को किया तलब
जेडीयू में विरोध का झंडा उठाने वाले वरिष्ठ नेता शरद यादव के खिलाफ पार्टी बड़ी कार्रवाई की तैयारी कर रही है। जेडीयू ने उन्हें अपना पक्ष रखने के लिए राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में बुलाया है। इस बीच पार्टी ने अपने सांसद अली अनवर को सस्पेंड कर दिया है। अरुण श्रीवास्तव के बाद पार्टी ने यह दूसरी बड़ी कार्रवाई की है।
नीतीश ने दी शरद को चुनौती ; 'वो' भाजपा संग गठबंधन स्वीकार करें या फिर अपना रास्ता चुन लें
बिहार के मुख्यमंत्री और जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार ने शुक्रवार को कहा कि शरद यादव किसके प्रति वफादार रहना चाहते हैं, इसका फैसला वह खुद करने के लिए स्वतंत्र हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि भाजपा के साथ गठबंधन का फैसला पूरी पार्टी की सहमति से लिया गया है। इस परिस्थिति में वो भाजपा के साथ गठबंधन स्वीकार करें या फिर अपना रास्ता चुन लें।
सरकार को घेरने के लिए सोनिया ने बुलाई बैठक, निमत्रंण पर जदयू बोली- पार्टी में डाल रहीं हैं फूट
केन्द्र सरकार की नीतियों की समीक्षा करने और विपक्ष को एकजुट करने की कोशिश के तहत कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सभी विपक्षी पार्टियों को बैठक का निमंत्रण दिया है। इसमें महागठबंधन को ठेंगा दिखाकर जाने वाली जदयू भी शामिल है। हालांकि न्योता नाराज शरद यादव को भेजा गया है। अब पार्टी प्रवक्ता केसी त्यागी ने इसे सोनिया की फूट डालने वाली कवायद करार दिया है।
सरकार को घेरने के लिए सोनिया ने बुलाई बैठक, निमत्रंण पर जदयू बोली पार्टी में डाल रहीं हैं फूट
केन्द्र सरकार की नीतियों की समीक्षा करने और विपक्ष को एकजुट करने की कोशिश के तहत कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सभी विपक्षी पार्टियों को बैठक का निमंत्रण दिया है। इसमें महागठबंधन को ठेंगा दिखाकर जाने वाली जदयू भी शामिल है। हालांकि न्योता नाराज शरद यादव को भेजा गया है। अब पार्टी प्रवक्ता केसी त्यागी ने इसे सोनिया की फूट डालने वाली कवायद करार दिया है।
टूट के कगार पर JDU, शरद बोले- नीतीश ने लोकतंत्र का गला घोंटा
बिहार में महागठबंधन टूटने के बाद पहली बार बिहार के तीन दिवसीय दौरे पर गुरुवार को पटना से हाजीपुर होते हुए मुजफ्फरपुर पहुंचे जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव ने इस बात के पूरे संकेत दिए हैं कि जेडीयू टूटने के कगार पर है। इस दौरान रास्ते में कई स्थानों पर लोकसंवाद में शरद ने गठबंधन में हुई टूट के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जवाबदेह ठहराया और कहा कि जनादेश का अपमान लोकतंत्र का गला घोटने के समान है।
'बागी' शरद यादव को पार्टी दिखा सकती है बाहर का रास्ता
बिहार में नीतीश कुमार के रवैये से नाखुश जनता दल युनाइटेड के वरिष्ठ नेता और सांसद शरद यादव को पार्टी बाहर का रास्ता दिखा सकती है। महागठबंधन से छिटकने और नई सरकार बनाने के बाद से ही शरद यादव नीतीश का विरोध कर रहें हैं। शरद गुरुवार से तीन दिन के बिहार दौरे पर निकले हैं। यहां वो जगह-जगह आम जनता से संवाद करेंगे और जमीनी हकीकत टटोलेंगे। उनकी यही संवाद यात्रा पार्टी को खटक रही है।