केंद्र की मोदी सरकार के चार साल का कार्यकाल पूरा हो चुका है। एक तरफ जहां भाजपा के नेता और राजग सरकार के प्रधानमंत्री व मंत्री अपनी सरकार की उपलब्धियों का बखान करते थक नहीं रहे, वहीं मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस इसे देश की जनता से विश्वासघात करार दे रही है। हालांकि किसी भी सरकार के कामकाज की समीक्षा करने के लिए चार साल का वक्त बहुत ज्यादा नहीं होता है, लेकिन चूंकि जब सामने सरकार का मुखिया नरेंद्र मोदी जैसा नेता हो तो कामकाज की समीक्षा न करना भी गलत होगा।