एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, यह आरएसएस की विचार पद्धति है जिसके तहत वे खुद को शेर और दूसरों को कुत्ता समझते हैं। आरएसएस की पिछले 90 सालों से यही भाषा शैली रही है। मुझे इस पर आश्चर्य नहीं है। लोग इस भाषा का जवाब देंगे।
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने दुनिया के हिन्दुओं से एकजुटता का आह्वान करते हुए कहा कि हिन्दू न तो किसी का विरोध करते हैं और न ही वर्चस्व की इच्छा रखते हैं। उन्होंने कहा कि हिन्दू समुदाय को सदियों की पीड़ा को समाप्त करने के लिए संगठित होने की जरूरत है।