अब अमेरिका पाक में घुस कर करेगा आतंकियों का अंत!
वॉशिंगटन: अमेरिकी सरकार पाकिस्तान के खिलाफ लगातार ऐसे बयान जारी कर रही है जिससे उसकी फजीहत हो रही है। ट्रंप के डपटने के 24 घंटों के भीतर ही सरकार के एक अहम मंत्री ने भी पाक को कड़ा संदेश दिया है। कहा है कि जहां भी आतंकवादी छिपे होंगे, अमेरिका सेना वहां घुसकर उनका सफाया करेगी।
ये बात अमेरिका के विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने मीडिया को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा- हम अमेरिकी नागरिकों और अमेरिकी हितों की रक्षा करने जा रहे हैं। जहां भी आतंकी जिंदा हैं हम उन पर हमला करने जा रहे हैं। हमने साफ कर दिया है कि अगर आप आतंकवादियों को सुरक्षित पनाह और शरण दे रहे हैं, तो सावधान रहें।'
टिलरसन ने बताया कि अमेरिका ने पाकिस्तान द्वारा आतंक के खिलाफ लड़ाई में समर्थन मांगे जाने पर 'सशर्त' सहयोग देने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा, 'हम पाकिस्तान को सशर्त सहयोग देगें और उम्मीद करेंगे कि इसके परिणाम भी सामने आएं।
इससे पहले सोमवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका की नई अफगान नीति का एलान किया। हर लिहाज से यह नीति भारत के हितों व उम्मीदों के मुताबिक है। ट्रंप ने भारत को एक अहम शक्ति मानते हुए उसके साथ रणनीतिक सहयोग को और प्रगाढ़ करने का आह्वान किया, तो दूसरी तरफ से पाकिस्तान को क़़डी फटकार लगाई कि वह आतंकियों पर पूरी तरह से लगाम नहीं लगा पा रहा। ट्रंप ने चेतावनी भरे लहजे में कहा है कि अगर पाकिस्तान नहीं सुधरा तो उसे बहुत कुछ खोना प़ड सकता है। ट्रंप ने यह साफ कर दिया कि भारत अमेरिका की अफगान नीति का एक अहम हिस्सा है।
ट्रम्प के इस रुख से भारत उत्साहित है। भारत ने ट्रंप की अफगान नीति का स्वागत किया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार के अनुसार, 'अफगानिस्तान की चुनौतियों को दूर करने के लिए राष्ट्रपति ट्रंप ने जो प्रतिबद्धता दिखाई हम उसका स्वागत करते हैं। अफगानिस्तान में शांति बहाली और वहां के स्थाई नागरिकों की सुरक्षा, स्थायित्व व उनके हितों की रक्षा का काम करता रहेगा।' भारत ने संकेत दिया है कि वह अफगानिस्तान में पुनर्निर्माण का काम और तेज करेगा। ट्रंप ने अपनी नीति की घोषणा करते हुए भारत से कहा है कि वह अफगानिस्तान में आर्थिक मदद और ब़़ढाए।
पाकिस्तान हैरान!
भारत खुश है तो राष्ट्रपति ट्रंप की नई अफगान नीति से पाकिस्तान सकते में है। पाकिस्तान के राजनेताओं के साथ ही वहां की जनता भी सोशल मीडिया के माध्यम से ट्रंप की तरफ से कही गई बातों से बेहद नाराज है। पाकिस्तान में इस बात का ज्यादा दुख नहीं है कि अमेरिका ने उनके हुक्मरानों को आतंक के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की चेतावनी दी है बल्कि इस बात की नाराजगी है कि अमेरिका ने अफगानिस्तान में भारत को और बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेने के लिए आमंत्रित किया है।
पाकिस्तान की मीडिया की तरफ से भी यह सुझाव दिया जा रहा है कि अब उन्हें चीन, रूस के साथ मिल कर अमेरिका विरोधी नया गुट बनाना चाहिए। विदेशी मामलों के विशेषज्ञ मुशर्रफ जैदी ने ट्वीट कर अपने देश की हताशा जताते हुए कहा, 'इससे साफ है कि अमेरिकी प्रशासन के पास कोई नई सोच नहीं है। भारत को अफगानिस्तान में अपने गलत इरादे को छिपाने का बहाना मिल गया है। अमेरिका ने भारत को बडी भूमिका निभाने का आमंत्रण दे कर दिखा दिया है कि वह क्या चाहता है।' (विभिन्न समाचार माध्यमों से)