मलेशिया के पूर्व प्रधानमंत्री रज़ाक भ्रष्टाचार केस में गिरफ्तार
कुआलालंपुर: मलेशिया के विवादास्पद पूर्व प्रधानमंत्री नजीब रज़ाक को भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है। मलेशियाई भ्रष्टाचार विरोधी एजेंसी ने ये कार्रवाई की है। नजीब पर सरकारी कंपनी 1एमडीबी से 70 करोड़ डॉलर (करीब 4760 करोड़ रुपए) अपने निजी खाते में स्थानांतरित करने का आरोप है। इस मामले में नजीब और उनकी पत्नी रोशमा मंसूर से एजेंसी पूछताछ कर चुकी है।
आरोप है कि नजीब के सहयोगियों ने 2009 से 2014 के बीच 4.5 अरब डॉलर की राशि की चोरी की और उसका शोधन किया। इनमें से कुछ रकम नजीब के बैंक खाते में भी गई। नए वित्त मंत्री लिब गुआन एंग ने कहा है कि नजीब सरकार ने देश की वित्तीय स्थिति के बारे में संसद को गुमराह किया।
इसी साल मई में नजीब रजाक के कार्यालय और आवास समेत छह संपत्तियों पर मलेशियाई पुलिस ने छापा मारा था। इस छापे में पुलिस ने नकदी, जवाहरात और अन्य लक्जरी सामान से भरे 72 बैग बरामद किए। डिजायनर हैंडबैग से भरे 300 बॉक्स भी बरामद किए गए थे। पुलिस की व्यावसायिक अपराध शाखा के प्रमुख अमर सिंह ने कहा था- लगता है कि मलेशिया के इतिहास में यह सबसे बड़ी जब्ती है। जब यह छापे मारे गए तो जब्त सामान पांच ट्रकों में भरकर ले जाना पड़ा था। प्रधानमंत्री पद पर रहते हुए नजीब को महीने में 22 हजार 827 रिंगिट (करीब 4 लाख रुपए) वेतन मिलता था।
इस साल मई में हुए चुनाव में रजाक के अगुआई वाले बीएन गठबंधन को हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद महातिर मोहम्मद प्रधानमंत्री बने थे। उन्होंने नजीब और उनके परिवार के देश छोड़ने पर रोक लगा दी है। नजीब और उनकी पत्नी रोशमा मंसूर से जांच एजेंसी पूछताछ कर रही हैं। (विभिन्न समाचार माध्यमों से साभार)