जिया के बेटे का आईएसआई से नाता, चिंता का सबब
नई दिल्ली : भारतीय कूटनीतिक हलकों में पहुंच रही गुप्तचर सूचनाओं के मुताबिक विपक्षी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) की प्रमुख और पूर्व प्रधानमंत्री बेगम खालिदा जिया के बेटे तारिक रहमान के आईएसआई और कट्टरवादियों से करीबी रिश्ते हैं। अगर ऐसा है तो भारत के लिए ये काफी चिंताजनक बात है। वैसे भी बांग्लादेश में इन दिनों हालात काफी नाजुक हैं। वहां जनवरी में चुनाव होने वाले हैं और हाल ही में हुई राजनीतिक हिंसा में दर्जनों लोग मारे गए हैं। जिसे लेकर संयुक्त राष्ट्र ने भी चिंता जाहिर की है। और भारत इसे वहां का अंदरूनी मामला बता रहा है।
गुप्तचर सूचनाओं के अनुसार, लंदन में स्वनिर्वासन काल गुजार रहे रहमान (46) का उप महाद्वीप के कट्टरपंथी तत्वों से करीबी संबंध हैं और पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी इंटर सर्विसिज इंटेलीजेंस (आईएसआई) भी उसे मदद दे रही है। अवामी लीग सरकार के सत्ता में आने के बाद लंदन जाने से पहले उसके बीएनपी के वरिष्ठ नेतृत्व से करीबी संपर्क थे।
रहमान बीएनपी का वरिष्ठ उपाध्यक्ष है। उसके फेसबुक पेज पर भारत के खिलाफ कठोर टिप्पणियां दर्ज हैं। उसने भारत को बांग्लादेश का सबसे बड़ा शत्रु करार दिया है। बीएनपी और जमात की पिछली सरकार में ऐसे कट्टर संगठनों को पूरी छूट थी जो आईएसआई से कोष हासिल करते थे। भारत विरोधी कुछ आतंकवादी संगठनों ने भी बांग्लादेश में अपने आधार शिविर स्थापित कर लिए थे। इससे भारत चिंतित था।
बांग्लादेश में जनवरी 2014 में चुनाव होने वाले हैं। जिया और शेख हसीना बारी-बारी से सत्ता में आती रही हैं। भारत चाहता है कि चाहे कोई भी पक्ष जीते, उसके साथ वह मैत्रीपूर्ण संबंध बनाए रखना चाहता है।
भारत ने जिया के साथ संबंध सुधारने की पहल की। बीएनपी प्रमुख की पिछले वर्ष भारत यात्रा के दौरान उन्होंने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ मुलाकात की थी। लेकिन मुखर्जी की मार्च में ढाका यात्रा के दौरान जिया ने भारतीय राष्ट्रपति से मुलाकात करने से इंकार कर दिया। उनकी पार्टी ने जमात के साथ मिलकर मुखर्जी की यात्रा के दौरान आम हड़ताल की थी। (एजेंसी)