इमरान खान ने भारत के समक्ष रखा वार्ता का प्रस्ताव, कहा- जंग हुई तो किसी के काबू में नहीं रहेगी
सत्ता विमर्श डेस्क
इस्लामाबाद : भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने फिर एक बार दोनों देशों के बीच बातचीत से हल निकालने की अपील की है। बुधवार दोपहर राष्ट्र के नाम संबोधन में इमरान ने कहा कि किसी को नहीं पता कि जिस हालात की तरफ दोनों देश बढ़ रहे हैं वह किस दिशा में जाएंगी। दोनों पक्षों को इस मसले पर बुद्धिमता दिखानी चाहिए।
इमरान खान ने कहा, मैं भारत से पूछता हूं- जिस तरह के हथियार आपके पास हैं और जो हथियार हमारे पास हैं तो क्या हम किसी तरह की चूक को बर्दाश्त कर सकते हैं? अगर यहां से स्थितियां बिगड़ती हैं तो ये किस तरफ जाएंगी? तब यह न मेरे बस में होगी और न ही नरेंद्र मोदी के। इसलिए मैं फिर आपको दावत देता हूं कि आइये हम तो तैयार बैठे हैं। मैं दोबारा कहता हूं कि हमें बातचीत से अपने मसले हल करने चाहिए।
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने यह भी कहा, हम पुलवामा में मरने वालों के परिवार का दर्द समझ सकते हैं। हम दशकों तक जंग के शिकार रहे हैं। मैं अस्पतालों में बम धमाकों में घायल हुए लोगों और मरने वालों के परिवारों से मिलता रहा हूं। हम जानते हैं कि जंग के क्या मायने होते हैं। हम शुरुआत से भारत से यह कहते आए हैं कि हमसे सबूत साझा करें, जिनपर कार्रवाई की जा सके।
पाक पीएम ने अपने संबोधन में यह दावा भी किया कि दो भारतीय मिग विमानों ने बुधवार को नियंत्रण रेखा पार की थी और उन्हें मार गिराया गया। खान ने कहा, हम बस अपनी क्षमता दिखाना चाहते थे। दो मिग विमान पाकिस्तान की सीमा में आये और हमने उन्हें मार गिराया। मैं यह भी बताना चाहता हूं कि पायलट हमारे पास हैं। मैं अब भारत से बात करना चाहता हूं और कहना चाहता हूं कि समझदारी बनाये रखें। गंभीरता से सोचें।
इमरान ने आगे कहा, दुनिया की सारी जंग समय और दांव पर लगी इंसानी कीमत को लेकर लगाए गए गलत अनुमानों के चलते शुरू हुईं। पहले विश्व युद्ध में भी ऐसा हुआ था, दूसरे में भी… और आतंक की लड़ाई में भी। इमरान ने कहा कि हमारे लिए भी यह सही नहीं है कि हमारी जमीन का इस्तेमाल आतंकवाद के लिए हो।