विदेश में प्रधानमंत्री मोदी ने याद किया 2जी और कोयला घोटाला
मनीला: आसियान समिट में शिरकत करने के लिए मनीला पहुंचे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वहां बसे हिन्दुस्तानियों को संबोधित किया। उन्होंने एक बार फिर विदेशी धरती से पूर्व की सरकारों की कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह लगाया। साथ ही वर्तमान सरकार की उपलब्धियों को भी रेखांकित किया। इससे पहले मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति से द्विपक्षीय वार्ता की और भारत के युवाओं के लिए रोजगार की संभावनाओं पर बात की।
मोदी ने कहा- 2014 से पहले खबरें आती थीं कितना गया...कोयले में गया, 2जी में गया... 2014 के बाद मोदी से पूछा जाता है मोदी जी कितना आया? वो बुरा वक्त था अब देश खुशी की खबर सुनने के लिए पूछता रहता है मोदी जी कितना आया। उन्होंने आगे कहा- हम भारतीयों के भीतर दृढ़ आत्मविश्वास होता है कि आप कहीं पर भी हों या कितने सालों या पीढ़ियों से बाहर होंगे, भले ही भारतीय भाषा नहीं आती हो, लेकिन यदि भारत में कुछ बुरा होता है तो आपको भी नींद नहीं आती होगी। और यदि कुछ अच्छा हुआ होगा तो आप भी फूले नहीं समाते, इसलिए वर्तमान सरकार का प्रयासरत है कि देश के विकास को इस ऊंचाईयां तक ले जाए कि विश्व की बराबरी कर लें और अगर हम भारतीय एक बार भी बराबरी कर लें तो मैं नहीं मानता कि दुनिया में भारत को पीछे कोई कर पाएगा।
#WATCH: PM says, '2014 se pehle khabre aati thi kitna gaya, koyle mein gaya, 2G mein gaya; 2014 ke baad Modi se pucha jata hai, kitna aaya?' pic.twitter.com/KT5uw52xxC
— ANI (@ANI) November 13, 2017
उन्होंने सभी भारतीयों को संबोधित करते हुए देश के विकास और भारतीय संस्कृतियों से जु़ड़ी कई बातों पर अपने विचार रखें। उन्होंने कहा कि विश्वभर में लाखों भारतीय समुदाय के लोग मौजूद हैं। वर्षों से देशाटन करने की वृत्ति प्रवृति के रही है, लेकिन भारत की यह विशेषता रही हैं कि हम जहां गए जिससे मिले उसे अपना बना लिया।
पीएम मोदी ने यह भी कहा कि भारत बुद्ध और गांधी की धरती है। यहां शांति सिर्फ एक मात्र शब्द नहीं है बल्कि हम वो लोग हैं जिन्होंने करके दिखाया है। शांति हमारे रगों में हैं, तभी हम वसुधैव कुटुंबकम के नाम से प्रचलित हैं। उन्होंने कहा कि भारत से जहां तक सरकार का संबंध हैं तो अब सकारात्मक खबरें ही आती हैं। सारे फैसले विकास को ध्यान में रखकर ही ली जा रही है। अगर 30 करोड़ परिवार बैंकिंग व्यवस्था से बाहर हो तो देश की अर्थव्यवस्था कैसे चलेगी। इसलिए सरकार ने जन-धन योजना की शुरुआत की।
इससे पहले मोदी ने डोनाल्ड ट्रम्प से बातचीत की। बंद दरवाजों के बीच चली इस 45 मिनट की बैठक के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दोनों देशों के बीच संबंधों में सुधार हो रहा है। और दोनों देश मिलकर एशिया और मानवता की भलाई के लिए काम करने को तत्पर हैं।
(एजेंसियां)