नवाज शरीफ को मीडिया की सलाह; इस्तीफा देकर लड़ें मुकदमा
इस्लामाबाद : पाकिस्तान के एक प्रमुख समाचार पत्र ने बुधवार को प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से लोकतंत्र में सही काम करने और भ्रष्टाचार के आरोपों के मद्देनजर अस्थायी रूप से ही सही, इस्तीफा देने का अनुरोध किया है।
समाचार पत्र डॉन ने अपने संपादकीय में यह स्वीकार किया है कि संयुक्त जांच दल (जेआईटी) द्वारा सर्वोच्च न्यायालय को शरीफ के परिवार की विदेशों की संपत्ति से संबंधित रिपोर्ट पर्याप्त रूप से सही दस्तावेज नहीं है। अखबार ने कहा, लेकिन, जेआईटी की रिपोर्ट में प्रधानमंत्री नवाज शरीफ तथा उनके बच्चों के खिलाफ कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं। लोकतंत्र में ऐसे किसी प्रधानमंत्री को काम नहीं करना चाहिए, जिस पर संदेह के इस तरह के बादल हों।
संपादकीय के मुताबिक, सत्ताधारी पीएमएल-एन पार्टी शरीफ को पद पर बने रहने को कह सकती है और शरीफ ऐसा कर सकते हैं, लेकिन इससे लोकतंत्र को बहुत बड़ा नुकसान होगा। समाचार पत्र ने कहा, प्रधानमंत्री के पास स्पष्ट विकल्प है। इस्तीफा दीजिए, अपने और अपने बच्चों के खिलाफ लगाए गए आरोपों के खिलाफ लड़िए, अगर उनपर आरोप साबित नहीं होते हैं, तो वह पद पर पुन: बहाल हो सकते हैं, क्योंकि कानून इसकी मंजूरी देता है।
डॉन ने कहा कि अभी इस्तीफा देने का मतलब अपराध की स्वीकारोक्ति नहीं होगी। लेकिन पाकिस्तान को जरूरत नहीं है और वह वर्तमान प्रधानमंत्री को न्यायालय में भ्रष्टाचार के मामले से जूझते देखना बर्दाश्त करे। संपादकीय में कहा गया, शरीफ के मन में व्यवस्था की निष्पक्षता को लेकर संदेह हो सकते हैं, लेकिन व्यवस्था को भी उनके प्रति संदेह है। व्यक्तिगत भावनाओं पर व्यवस्था को हावी होना चाहिए। (एजेंसियां)