पाकिस्तान पर भड़के ट्रम्प ने रोकी मदद, कहा- हमें बनाया बेवकूफ अब और नहीं तो पाक बोला जल्द देंगे जवाब
वॉशिंगटन/इस्लामाबाद: नए साल के पहले दिन ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प ने पाकिस्तान को जोर का झटका दिया है। आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर पाकिस्तान को मिलने वाली अमेरिकी मदद रोक दी गई है। सोमवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बेहद आक्रामक रुख अख्तियार करते हुए इसका एलान किया। उन्होंने पाकिस्तान को खूब खरी-खोटी सुनाईं। पाक ने भी इस आक्रामक रवैये पर सख्त प्रतिक्रिया दी है।
समाचार एजेंसियों के मुताबिक ट्रंप ने कहा कि अमेरिका ने पाकिस्तान को बीते 15 वर्षों में 33 अरब डॉलर से ज्यादा की मदद दी और उसने बदले में झूठ और छल के सिवाय कुछ नहीं दिया। वह सोचता है कि अमेरिकी नेता मूर्ख हैं। ट्रंप बोले- पाकिस्तान आतंकियों को सुरक्षित पनाहगाह देता रहे, यह मजूर नहीं।
The United States has foolishly given Pakistan more than 33 billion dollars in aid over the last 15 years, and they have given us nothing but lies & deceit, thinking of our leaders as fools. They give safe haven to the terrorists we hunt in Afghanistan, with little help. No more!
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) January 1, 2018
इस पर पाकिस्तान के विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा- हम इंशाअल्लाह राष्ट्रपति ट्रंप के ट्वीट का जवाब जल्द देंगे। हम दुनिया के सामने तथ्यों और कल्पनाओं के अंतर की सच्चाई उजागर करेंगे।
We will respond to President Trump's tweet shortly inshallah...Will let the world know the truth..difference between facts & fiction..
— Khawaja M. Asif (@KhawajaMAsif) January 1, 2018
पाकिस्तान लगातार आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर अमेरिका से पैसा लेता रहता है लेकिन कार्रवाई के नाम उसने अब तक किया क्या है, यह बात दुनिया जानती है। दुनिया भर में पाकिस्तान आतंकियों के गढ़ के रूप में कुख्यात हो चुका है, इस बात पर राष्ट्रपति ट्रंप को भी भरोसा हो चुका है।
अमेरिका का सबसे ज्यादा खतरा पाकिस्तान में पलने वाले अफगानिस्तान के हक्कानी नेटवर्क से है। हक्कानी नेटवर्क अमेरिका को बर्बाद करने की धमकियां देता रहा है। अमेरिका वर्षों से पाकिस्तान को इस उम्मीद के साथ पैसा देता रहा कि वह आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई करेगा। पिछले वर्ष अमेरिका ने पाकिस्तान से सटे अफगानिस्तान में आतंकियों की एक सुरंग के ऊपर दुनिया का सबसे बड़ा नॉन न्यूक्लियर बम भी फोड़ा था। लेकिन उसके धमाके से भी पाकिस्तान के कानों में जूं तक नहीं रेंगी। पाकिस्तान ने जमात उद दावा के सरगना हाफिज सईद को भी पिछले दिनों नजरबंदी से रिहा कर दिया। अमेरिका उसे घोषित कर उसके सिर पर 10 करोड़ का ईनाम रख चुका है। हाफिज को भारत 2008 के मुंबई हमलों का मास्टर माइंड मानता है, लेकिन पाकिस्तान उस पर कार्रवाई करने में नाकाम रहा।
हाफिज की रिहाई पर भारत समेत अमेरिका ने एतराज जताया था लेकिन इससे भी उसे फर्क नहीं पड़ा। पाकिस्तान हमेशा से अमेरिका की अनदेखी करता रहा है और बावजूद इसके उससे आर्थिक मदद की उम्मीद रखता है। अमेरिकी भी उसे धमकी पर धमकी देता रहा है। लेकिन यह देखना दिलचस्प होगा की अमेरिका वाकई में पाकिस्तान को दी जाने वाली मदद रोकता है या नहीं। (एजेंसियां)