डीयू चुनाव: राष्ट्रीयता बनाम देशद्रोह होगा एबीवीपी का मुद्दा
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नयी दिल्ली : दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव-2016 के प्रचार के दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की छात्र इकाई अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) राष्ट्रवाद बनाम राष्ट्रदोह पर चुनाव लड़ेगी। साथ ही पार्टी ने जेएनयू से जुड़े देशद्रोह संबंधी विवाद और हैदराबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय में याकूब मेमन की प्रशंसा किये जाने जैसे मुद्दों के अलावा अधिक छात्रावासों का निर्माण, किराया नियंत्रण जैसे छात्रों से जुड़े आम मुद्दों को भी उठाने का फैसला लिया है।
पिछले दो बार से चारों अहम पद पर काबिज छात्र संगठन की निगाहें इस वर्ष भी जीत की हैट्रिक बनाने की है।
एबीवीपी के मीडिया समन्वयक साकेत बहुगुणा ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘जेएनयू की नौ फरवरी की घटना को अलग करके नहीं देखा जाना चाहिए बल्कि यह वाम संगठनों द्वारा आयोजित एक श्रृंखला है। हम लोग याकूब मेमन का गुणगान करने वाले या संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरू को फांसी दिये जाने के विरोध में होने वाले आयोजनों का विरोध जारी रखेंगे।’बहुगुणा ने कहा, ‘हम लोग दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव के दौरान वाम संगठनों की इन राष्ट्र विरोधी गतिविधियों को व्यापक राष्ट्रीय मुद्दे के तौर पर पेश करना जारी रखेंगे और एबीवीपी ऐसी चीजों के खिलाफ विरोध करना जारी रखेगा।’ पार्टी के चुनावी एजेंडे में अधिक छात्रावासों का निर्माण, किराया नियंत्रण कानून को पारित कराना, डीयू छात्रों के लिए विशेष बस जैसे कुछ अन्य मुद्दे भी हैं।
छात्र संगठन शिक्षक दिवस यानी पांच सितंबर को अपना आधिकारिक घोषणा पत्र जारी करेगा। दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ के लिए नौ सिंतबर को चुनाव होना है और विभिन्न राजनीतिक दलों की छात्र शाखाओं ने अपने अभियान तेज कर दिये हैं।