ABVP से नहीं डरने वाली गुरमेहर बोली- मुझे अकेला छोड़ दो, जो कहना था वो कह दिया
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से नहीं डरने वाली गुरमेहर कौर 'मैं एबीवीपी से नहीं डरती' अभियान से खुद को अलग कर अपने घर जालंधर लौट गई है। गुरमेहर ने मंगलवार सुबह ट्वीट किया, 'मैं इस कैम्पेन से खुद को अलग कर रही हूं। हर किसी को शुभकामनाएं। मैं गुज़ारिश करती हूं कि मुझे अकेला छोड़ दो। मुझे जो कहना था, कह चुकी हूं।'
I'm withdrawing from the campaign. Congratulations everyone. I request to be left alone. I said what I had to say.. (1/2)
— Gurmehar Kaur (@mehartweets) February 28, 2017
I have been through a lot and this is all my 20 year self could take :)
— Gurmehar Kaur (@mehartweets) February 28, 2017
गुरमेहर ने आगे कहा, 'मैं काफी कुछ झेल चुकी हूं और 20 साल की उम्र में इससे ज्यादा नहीं झेल सकती। ये अभियान छात्रों को लेकर था, मेरे बारे में नहीं। जो लोग मेरी बहादुरी और साहस पर सवाल उठा रहे हैं उनसे कहना चाहती हूं, मैंने जरूरत से ज़्यादा ही साबित कर दिया है।'
To anyone questioning my courage and bravery.. I've shown more than enough
— Gurmehar Kaur (@mehartweets) February 28, 2017
इसके साथ ही गुरमेहर ने छात्र संगठन एबीवीपी के खिलाफ 28 फरवरी को प्रस्तावित विरोध मार्च में लोगों से बड़ी तादाद में हिस्सा लेने की भी अपील की। गुरमेहर ने कहा कि यह मार्च मेरे लिए नहीं बल्कि सभी छात्र-छात्रों के लिए है। इससे पहले गुरमेहर ने ने दावा किया था कि उन्हें और उनकी सहेलियों को बलात्कार की धमकियां दी गईं हैं। मेरे कई दोस्तों को मारा-पीटा गया। अपने दोस्तों के समर्थन में मैंने ये विरोध शुरू किया था। दिल्ली महिला आयोग में इसकी शिकायत भी की।
दरअसल, ये पूरा मामला दिल्ली के लेडी श्रीराम कॉलेज की छात्रा और करगिल की लड़ाई में शहीद मनदीप सिंह की बेटी गुरमेहर कौर की फ़ेसबुक पर अपनी प्रोफ़ाइल पिक्चर बदलने से शुरू हुआ। इस तस्वीर में गुरमेहर के हाथ में एक तख्ती है जिसमें लिखा है- मैं दिल्ली यूनिवर्सिटी की छात्रा हूं। मैं एबीवीपी से नहीं डरती। मैं अकेली नहीं हूं। भारत का हर छात्र मेरे साथ है।' उसके बाद यह तस्वीर सोशल मीडिया में वायरल हो गया था।
उसके बाद गुरमेहर ने प्लेकार्ड के साथ एक और तस्वीर फेसबुक पर पोस्ट की जिसमें लिखा था- 'पाकिस्तान ने मेरे पिता को नहीं मारा, बल्कि जंग ने मारा है।' इसके जवाब में भारतीय क्रिकेट स्टार वीरेंद्र सहवाग ने जो ट्वीट ('मैंने दो तिहरे शतक नहीं जड़े, मेरे बल्ले ने जड़े थे') किया वह पढ़कर गुरमेहर की हिम्मत जवाब दे गई। गुरमेहर ने कहा है कि सहवाग के ट्वीट के बाद मेरा दिल टूट गया।